UPS एवं Inverter में अंतर क्या –क्या होते है ?
आज के इस टॉपिक में हम UPS एवं Inverter में अंतर को समझेंगे जिसमे हम इनकी Definition से लेकर इनके बारे में Other Points पर भी चर्चा करेंगे जैसे की UPS क्या होता है और इसका उपयोग कब और कहाँ किया जाता है और इसी प्रकार Inverter के बारे में भी समझेंगे की Inverter क्या होता है और इसका उपयोग कब और कहाँ किया जाता है तो चलिए समझना Start कर देते है की UPS एवं Inverter में अंतर क्या होता है और इसको किस प्रकार से आसानी से समझा जा सकता है |
UPS एवं Inverter में अंतर
1 . UPS का पूरा नाम Uninterruptible Power Supply होता है तथा यह एक ऐसा Device होता है जो की घरों में , दूकानों में , मकानों में ,Industry में आदि जगहों पर लगातार Power Supply करने के लिए उपयोग होता है |
1 . Inverter एक ऐसा Device होता है जिसका उपयोग उपयोग घरों में , दूकानों में , मकानों में ,Industry में आदि जगहों पर होता है तथा इसका उपयोग करके AC Power को DC Power में बदला जा सकता है |
2 . UPS एक ऐसा Device होता है जो की बैकअप Power Provide करने के लिए उपयोग किया जाता है | अर्थात जब अचानक से पॉवर Cut हो जाता है तो घरों में , दूकानों में , मकानों में ,Industry में आदि जगहों UPS का उपयोग किया जाता है जो की बैकअप Power Provide करता है |
2 . Inverter एक ऐसा Device होता है जो की Eloctronics बैकअप Light Provide करने के लिए उपयोग किया जाता है | अर्थात यह डिवाइस AC Power को DC Power में बदलने की लिए उपयोगी होता है |
3 . UPS की Cost Inverter की तुलना में ज्यादा होती है अर्थात UPS ज्यादा महंगा Device होता है |
3 . Inverter की Cost UPS की तुलना में कम होती है अर्थात Inverter ज्यादा सस्ता Device होता है |
4 . UPS की बैकअप Power की Timing कम होती है अर्थात इससे केवल कम समय के लिए ही बैकअप लिया जा सकता है क्योंकि इसमें छोटी Battery का Use किया जाता है |
4 . Inverter का Use करके बड़े Devices को भी ज्यादा Time के लिए चलाया जा सकता है अर्थात इससे अधिक समय के लिए बैकअप लिया जा सकता है क्योंकि इसमें बड़ी Battery का Use किया जाता है |
5 . UPS से मिलने वाली Output Power हमेशा Constant होती है क्योंकि जो Power UPS से प्राप्त होती है वो इसके अन्दर लगी Battery से मिलने वाली Power होती है क्योंकि UPS पहले AC सप्लाई को DC सप्लाई में बदलता है और बैटरी को चार्ज करता है और फिर इसी Battery के द्वारा DC सप्लाई को AC सप्लाई में बदला जाता है और इस प्रकार इससे मिलने वाली Power हर समय Constant रहती है |
5 . Inverter में AC सप्लाई को पहले DC में बदला जाता है और इस प्रकार इसमें लगी बैटरी को चार्ज किया जाता है तथा जबतक Main Power Supply ON रहती है तब तक डायरेक्ट Main सप्लाई को ही Bypass करके आउटपुट को दिया जाता है लेकिन जब Main Power Supply Off हो जाती है तब बैटरी के द्वारा DC सप्लाई से AC सप्लाई में बदला जाता है और आउटपुट को दिया जाता है इसीलिए इससे मिलने वाली Power हर समय Constant नहीं रहती है |
6 . UPS को कनेक्ट करने के लिए किसी Other Instrument की जरुरत नहीं होती है अर्थात इसको सीधे ही Instrument के Circuit से कनेक्ट किया जाता है |
6 . Inverter को सीधे ही Instrument से कनेक्ट नहीं किया जाता है इसको पहले बैटरी से कनेक्ट किया जाता है और फिर Other Instrument से जोड़ा जाता है |
7 . UPS के सर्किट में एक इन्वर्टर और एक कंट्रोलर का उपयोग किया जाता है |
7 . Inverter के सर्किट में बैटरी का उपयोग किया जाता है |
8 . जब Main सप्लाई को बंद किया जाता है तो बैटरी पर Switch करने में UPS को बहुत ही कम समय लगता है अर्थात ये तुरंत बैटरी पर Switch हो जाता है |
8 . लेकिन जब Main सप्लाई को बंद किया जाता है तो बैटरी पर Switch करने में Inverter को थोडा समय लगता है अर्थात ये तुरंत बैटरी पर Switch नहीं हो पाता है इसमें UPS की तुलना में कुछ समय की देरी होती है |
इस प्रकार हमने UPS एवं Inverter में अंतर को अच्छे से समझा तथा अलग – अलग Points की Help से दोनों में अच्छे से तुलनात्मक Study की और दोनों Instrument को समझा जिससे अब हमें यह Idea हो गया की UPS एवं Inverter में अंतर क्या होता है कहाँ इनका उपयोग होता है ये किस प्रकार के Circuit से बने होते है तथा इनको किस प्रकार Connect किया जाता है आदि Points को हमने बहुत अच्छे से समझा |
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