• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
Mechanic37

Mechanic37

इंजीनियरिंग और फिजिक्स,केमिस्ट्री

  • भौतिक विज्ञान
  • इंजीनियरिंग नोट्स
    • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
    • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
    • इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग
    • इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स
  • रसायन
  • जीव विज्ञान
  • कंप्यूटर
Home » क्लच क्या है ? वोर्किंग | सिंगल और मल्टी प्लेट क्लच | clutch in hindi

क्लच क्या है ? वोर्किंग | सिंगल और मल्टी प्लेट क्लच | clutch in hindi

जनवरी 7, 2023 by admin

क्लच क्या है ? clutch in hindi

क्लच क्या है Definition यह क्या काम करती है और इसका उपयोग Mechanical Engineering और ऑटोमोबाइल में clutch है यह हर प्रकार के वाहनों में होती है जैसे मोटर -साइकिल,बस,ट्रक और कोई भी मशीन जहां पर engine या मोटर की जरूरत पड़ती हो किसी भी दूसरी shaft को घुमाने के लिए clutch की working उसके प्रकार के हिसाब से अलग अलग होती है पर सभी clutch काम एक ही करती है|

  • clutch क्या है ? परिभाषा
  • clutch कैसे काम करता है।
  • Single Plate clutch क्या है ? और उसकी Working
  • Multiplate clutch क्या है ? और उसकी Working

क्लच क्या है ? परिभाषा | Clutch In Hindi

एक ऐसी mechanical device है जो Driving shaft और  driven shaft के बीच हो रहे power Transmission को connect और disconnect करती है

यहाँ पर driving shaft वो है जिसे engine से power मिल रही है यानि use engine घुमा रहा है और driven shaft वो है जिसको घुमाने पर वाहन आगे बड़ता है और इन दोनों के बीच आती है clutch जो इन दोनों shafts को connect और disconnect करती है

क्लच Automobile का एक मुख्य भाग है   और ये Automobile में एक मुख्य role निभाता है ।

क्लच एक Connecting link है जो Power plant और Transmission को जोड़ती है , मतलब ये Connecting link का काम करता है  Automobile system में।

क्लच Connects और Disconnects करता है एक  rotating mechanical component को दूसरे rotating mechanical component से। 

क्लच संचारित करता है Torque को engine से Transmission तक।

 क्लच engine और Gearbox के बीच में लगा हुआ होता है। और ये engage और disengage करता है उनके motion को।

क्लच का एक मुख्य कार्य Shocks और Vibrations को कम करना भी  होता है, जब engine Power को संचारित करना हो Rear axle तक Universal joint की मदद से।

Automobile क्लच का उपयोग तभी किया जाता है जब क्लच पूरी तरह से सक्षम हो कि वो maximum Power और maximum torque का संचालन कर सके बिना किसी रिसाव के।

क्लच का design करते वक्त हमको पूरी तरह से ये ध्यान में रखना चाहिए की क्लच जब कार्य करे Transmission system में , तब जो heat उत्पन्न होती है वो सही से बाहर निकलना चाहिए क्लच Plate से।अगर क्लच प्लेट सही से design नहीं कि गई होगी तब क्लच Plates Burn हो सकती है जिससे फिर Transmission fail हो जाता है।

क्लच कैसे काम करती है ? Working of Clutch

आसान शब्दों में इसकी working में तीन चीज़ें होती है Flywheel,Clutch plate या disc और Pressure plate

जिसमे  flywheel  engine से मिली power से घूम रही है यानि driving shaft से अब clutch plate के दोनों साइड अच्छा घर्षण मटेरियल लगा होता है

जो एक तरफ से flywheel के पास होती है और दूसरी side pressure plate की तरफ होती है

जब flywheel घूम रही होती है और clutch plate पर external force लगाने पर वह घर्षण के कारण flywheel के साथ घूमने लगती है

जरूरत है एक external force की जो single clutch plate को दबा सके flywheel की तरफ यह काम pressure plate करती है

हम clutch press करते है तब external force clutch पेडल से होता हुआ pressure plate तक जाता है जो clutch plate को push करती है जिससे clutch plate घूमने लगती है और साथ ही pressure plate इससे driven shaft जुडी होती है इसलिए वह भी घूमने लगती है

सिंगल प्लेट क्लच

सिंगल प्लेट क्लच

अब हम “ Single प्लेट clutch ” और उसकी Working को समझेंगे –

सबसे पहले हम single प्लेट क्लच  के components के बारे में समझते है।

 Single प्लेट क्लच में कौन – कौन से Components का उपयोग किया जाता है Mechanism को  करने के लिए और पूर्ण Working के लिए। 

 Single प्लेट क्लच को अपनी Working को पूर्ण करने के लिए बहुत से Components की आवश्यकता होती है और ये सभी  Components एक – समान सही क्रम में लगे हुए होते हैं। 

Single प्लेट क्लच के नाम पर जाए तो यह पता तो अवश्य लगता है  कि इसमें हम केवल “ एक क्लच ” प्लेट का ही उपयोग करते हैं, जिसके दोनों साइड में Friction lining बनी होती है। 

क्लच प्लेट के साथ Engine  के कई Parts हैं  जो जुड़े होते हैं और ये सभी Parts क्लच की Working और Functioning में मदद करते हैं जैसे – फ्लाईव्हील , प्रेशर प्लेट , बेयरिंग , हब , स्प्रिंग्स , पेडल का काम  पेडल Shaft को engage और disengage करना  होता  हैं। 

Single प्लेट क्लच में Power Transmission Friction की बजह से होता है जो दो Contact Surface के बीच में होता है। Single प्लेट क्लच का Coefficient of Friction ज्यादा होता है और इसको dry क्लच भी कहा जाता है  क्योंकि ऐसे क्लच में कोई भी लुब्रीकेंट का उपयोग नहीं किया जाता है।

आमतौर पर क्लच प्लेट स्टील का बना होता है।

प्रेशर प्लेट – प्रेशर प्लेट आमतौर पर Cast iron की बनी होती है जो क्लच प्लेट पर प्रेशर लगाने में मदद करती है। जिससे फ्लाईव्हील और क्लच प्लेट में ठीक से संपर्क बनाया जा सके , स्प्रिंग की मदद से।

स्प्रिंग्स – स्प्रिंग्स का उपयोग प्रेशर बनाए रखने के लिए किया जाता है  प्रेशर प्लेट पर और ये Contact surfaces को भी Slipping से बचाता है।

फ्लाईव्हील – फ्लाईव्हील engine output से जुड़ी होती है और इसका जो बहारी हिस्सा होता है वो क्लच प्लेट से संपर्क में आता है जब प्रेशर लगाया जाता है प्रेशर प्लेट से। 

Single प्लेट क्लच की Working काफी simple होती है समझने में। इसमें हम आसानी से engage और disengage कर सकते हैं Torque transmission Shafts को कुछ Force लगाकर Paddle पर automobile के।

एक Lever होता है जो Paddle से जोड़ा हुआ होता है और वो Force transmit करता है Paddle से।

और जब हम Paddle को Press करते हैं तो Spring compress हो जाती है इस समय engine जो हैं आसानी से move कर पाता है बिना किसी load के।

Lever इस तरह से जोड़ा होता है कि जब हम क्लच Paddle को दबाते हैं तो Thrust Bearing आगे की तरफ बढ़ती है और Pressure प्लेट पीछे की तरफ आती है और ये Flywheel से दूर जाती है। इसमें क्लच Plate और Flywheel के बीच में जो Connection होता है वो टूट जाता है और Shaft disengage हो जाती है इस समय हम आसानी से Gears बदल सकते हैं automobile में।

अब अगर हमको फिर से Shaft को जोड़ना हो तो हम बस जो Paddle है उसको छोड़ देते हैं। इसके बाद जो Springs जुड़ी रहती है Pressure प्लेट से वो Pressure प्लेट को धक्का लगाती है आगे की  तरफ जिससे Shafts फिर से जुड़ जाती है। 

क्लच प्लेट Hub पर लगी हुई रहती है Pressure प्लेट और फ्लाईव्हील के बीच में। क्लच प्लेट के दोनों तरफ Friction lining बनी हुई रहती है और ये Torque transmission में मदद करती है।

यह थी single clutch plate की working यदि आप इसे डिटेल में जानना चाहते है तो comment में लिखें

मल्टी प्लेट क्लच

अब  हम “ मल्टी प्लेट क्लच ” की Working को विस्तार  में समझते है कि “ मल्टी प्लेट क्लच ” कैसे काम करता है। मल्टीप्लेट क्लच में दो से ज्यादा क्लच प्लेट्स का उपयोग किया जाता है Torque transmission के लिए। मल्टी प्लेट्स क्लच में Friction surface की संख्या बढ़ जाती है क्लच प्लेट की संख्या के कारण । 

क्लच प्लेट की संख्या बढ़ती है तो Friction surface भी बढ़ती है।

मल्टी प्लेट क्लच की Torque transmission क्षमता भी ज्यादा होती है। 

मल्टी प्लेट क्लच के कुछ मुख्य Components है जैसे – Separator प्लेट्स , प्रेशर प्लेट्स , diaphragm spring , फ्लाईव्हील , Input shaft आदि.

अक्सर Separator प्लेट्स को  क्लच प्लेट्स भी कहते हैं। 

मल्टी प्लेट क्लच की Working भी लगभग समान होती है Single प्लेट क्लच के।

इसमें Input shaft जुड़ी रहती है Flywheel से और वही Input shaft engine से जुड़ी रहती है। इसका ये मतलब है जब भी Input shaft घूमना प्रारंभ करेगी  , फ्लाईव्हील भी घूमेगी समान दिशा में।

दो Pressure प्लेट्स विभाजित रहती है एक Separator प्लेट से हमेशा।

क्लच का Engagement : – जिस समय क्लच का Engagement होता है उस समय हम Paddle को Press नहीं करते हैं। जिससे जो thrust springs है वो Move नहीं करेगा और Pressure प्लेट के ऊपर Pressure बनाए रखता है। इसमें Pressure प्लेट के अंदर की surface पर Friction lines होती हैं और मल्टी प्लेट क्लच पर जो friction lines होती है इन दोनों के बीच में Frictional contact होता है जिससे एक तरफ से क्लच Plate , Pressure Plate से जुड़ा होता है और दूसरी तरफ से क्लच Plate , Flywheel , के साथ Frictional contact में रहता है।

मल्टी प्लेट क्लच और Flywheel के बीच में जो Frictional force होता है उसी के कारण क्लच engage अवस्था में रहता है।

Disengagement क्लच का : –  जब हम क्लच Paddle पर Pressure डालते हैं तब जो Pressure Plate जोड़ी रहती हैं Sleeve से वो बहार की तरफ Move करती है , जिसकी बजह से ये thrust spring पर Pressure डालता है और ये spring compress हो जाती है  और Pressure प्लेट के ऊपर जो Pressure आ रहा था वो release हो जाता है। 

जिसकी वजह से जो Frictional contact था  Frictional Plate और Pressure Plate के बीच में वो छूट जाता है। और जिसकी वजह  से क्लच प्लेट और Flywheel के बीच में जो Frictional contact था वो भी खत्म हो जाता है।

 इस Frictional force के खत्म होने पर जो Frictional contact होता है Pressure प्लेट , क्लच Plate और Flywheel के बीच में वो भी खत्म हो जाता है और Finally क्लच disengage हो जाता है।

मल्टी  प्लेट क्लच तीन – प्रकार के होते हैं। –

  1. Spring type मल्टी  प्लेट क्लच 
  2. Diaphragm type मल्टी  प्लेट क्लच 
  3. Hydraulic operated और automatic क्लच।

मल्टी  प्लेट क्लच Torque transmission की क्षमता को बढ़ाता है Vehicle में।

मल्टी प्लेट क्लच में Lubricants का भी उपयोग किया जाता है इसलिए इसको हम wet क्लच भी कहते हैं। मल्टी प्लेट क्लच का उपयोग heavy machinery , military vehicles और Commercial vehicles में भी किया जाता है।

Filed Under: Automobile, Mechanical Engineering, मैकेनिकल इंजीनियरिंग | Mechanical engineering Tagged With: मैकेनिकल इंजीनियरिंग नोट्स हिंदी में

मैकेनिकल इंजीनियरिंग

  1. ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
  2. Fluid Mechanics | द्रव यांत्रिकी
  3. मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस
  4. Theory of Machine | मशीन सिध्दांत
  5. Refrigeration and Air Conditioning
  6. Strength Of Material | द्रव्य सामर्थ्य
  7. Thermodynamics | उष्मागतिकी

Primary Sidebar

Recent Posts

  • Hydraulic press क्या है। सिद्धांत । मुख्य भाग। Working। उपयोग
  • 2 स्ट्रोक इंजन क्या है ? भाग | वोर्किंग
  • Electronic Engineering Notes In Hindi | इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग
  • AutoCAD Commands List In Hindi
  • Robot कैसे बनाएं ? Full Tutorial

विषय

  • भौतिक विज्ञान
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • रसायन विज्ञान
  • जीव विज्ञान 
  • कंप्यूटर 
  • इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स

श्रेणियां

  • Android (3)
  • Android Studio (2)
  • Applied Mechanics (1)
  • Arduino (51)
  • AutoCAD Tutorial (11)
  • Automobile (22)
  • Avengers (1)
  • Basic (1)
  • Biology Quiz In Hindi (1)
  • Chemistry (34)
  • Chemistry Quiz (2)
  • computer Tricks (1)
  • COVID 19 (1)
  • Design Of Machine Elements (1)
  • DIY (25)
  • Drone (1)
  • Education (4)
  • Element (1)
  • Engineering Project (48)
  • Fluid Mechanics (5)
  • Google services (5)
  • History (1)
  • Hollywood Entertainment (9)
  • Hollywood movies (1)
  • Home Automation (9)
  • JOBS | (1)
  • LEARN COMPUTER | कंप्यूटर सीखें (22)
  • Learn Kali Linux (1)
  • Machine (1)
  • make Money online (1)
  • Marvel (1)
  • Material Science (3)
  • Mechanical Engineering (48)
  • Networking (1)
  • physics (149)
  • Physics | भौतिक विज्ञान (31)
  • Physics भौतिक विज्ञान Quiz test (1)
  • radioactivity (5)
  • Refrigeration and Air Conditioning (6)
  • Remote Control (2)
  • Robot (1)
  • Rotational motion of rigid body (1)
  • search engine optimization (4)
  • sensors (1)
  • software (1)
  • Solar Energy (1)
  • Solar system (2)
  • Space (5)
  • Strength Of Material (6)
  • Tech Notes (20)
  • Theory of Machine (9)
  • Thermodynamics | उष्मागतिकी (6)
  • Uncategorized (10)
  • Videos (1)
  • Voice Control (3)
  • wave motion or sound (1)
  • website (7)
  • आईटीआई (1)
  • आप और हम (1)
  • इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट बनाना (14)
  • इतिहास (2)
  • इतिहास | HISTORY (4)
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (93)
  • इलेक्ट्रिकल प्राथमिक (1)
  • इलेक्ट्रॉन और फोटॉन (3)
  • इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्ट (29)
  • इलेक्ट्रॉनिक प्राथमि (1)
  • ऊष्मा (1)
  • एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (1)
  • एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (1)
  • किरण प्रकाशकी (17)
  • गति एवम गति के नियम (5)
  • गैसीय नियम (1)
  • घर पर (1)
  • जीव विज्ञान । Biology (17)
  • ठोस अवस्था (3)
  • ठोस और अर्धचालक युक्तियाँ (4)
  • तरंग प्रकाशिकी (3)
  • द्रवस्थैतिकी एवम आ‍र्किमिडीज का सिद्धांत (2)
  • धारा के चुम्बकीय प्रभाव और चुम्बकत्व (12)
  • धारा विद्युत (10)
  • प्रतियोगी परीक्षा (13)
  • प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए फिजिक्स (26)
  • प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए रसायन विज्ञान (20)
  • बल (1)
  • ब्रह्मांड (8)
  • मापन (2)
  • मापन के यन्त्र (9)
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग | Mechanical engineering (54)
  • मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस (13)
  • रासायनिक बलगतिकी (1)
  • रासायनिक सूत्र (10)
  • विद्युत चुम्बकीय तरंगें एवम तरंग प्रकाशिकी (5)
  • विद्युत चुम्बकीय प्रेरण और प्रत्यावर्ती धारा (5)
  • विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव (2)
  • विलयन (2)
  • वृत्तीय गति (1)
  • वेबसाइट | ब्लॉग्गिंग (6)
  • वैज्ञानिक उपकरण (4)
  • वैद्युत रसायन (4)
  • वैधुत रसायन (3)
  • सतह रसायन (1)
  • स्थिर विद्युत (7)

Footer

सोशल मीडिया पर जुड़ें

  • Telegram 
  • Facebook
  • Twitter
  • Instagram
  • Youtube

बनाना सीखें

  • ड्रोन कैसे बनाएं ?
  • रोबोट कैसे बनाएं ?
  • वेबसाइट कैसे बनाएं ?
  • एंड्राइड एप कैसे बनाएं ?

हमारे बारे में

इस जगह आप हिंदी में इंजीनियरिंग ,फिजिक्स,केमिस्ट्री,बायोलॉजी,कंप्यूटर etc सीख सकते हो |

Mechanic37 2015 - 2022

  • साइटमैप
  • संपर्क करें
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन दें