
सल्फ्यूरिक अम्ल –
सल्फ्यूरिक अम्ल सल्फर का अम्ल अम्ल होता है यह एक खनिज अम्ल होता है इसको oil of vitriol भी कहते है इस अम्ल का अत्याधिक उपयोग होने के कारण उस अम्लो का राजा भी कहा जाता है इसका उपयोग सभी अम्लो मे सबसे ज्यादा होता है सल्फ्यूरिक अम्ल सल्फर, ऑक्सीजन, हाइड्रोजन से मिलकर बना होता है
रासायनिक सूत्र –
सल्फ्यूरिक अम्ल मे दो परमाणु हाइड्रोजन एक सुल्फर व 4 परमाणु ऑक्सीजन के मिलकर सल्फ्यूरिक अम्ल का निर्माण करते हैं
इसका सूत्र – H₂SO₄ होता है
सल्फ्यूरिक अमल की संरचना-
सल्फ्यूरिक अल्म चतुष्फलकीय अणु होता है क्योकि इसमे sp³ संक्रण पाया जाता है यह अम्ल दो प्रोटॉन त्यागता है इसमे दो ऑक्सीजन परमाणु द्वीबंध से जुड़े होते हैं तथा दो हाइड्रोक्सी समूह एकल बंध द्वारा जुड़े हुए होते हैंइसमे दो हाइड्रोक्सी समूह सल्फर से जुड़े होने के कारण इसे द्विक्षारीय अम्ल भी कहते है

सल्फ्यूरिक अम्ल के गुण –
भौतिक गुण –
- सल्फ्यूरिक अम्ल गन्धहीन, रंगहीन तरल पदार्थ होता है
- यह पानी मे आसानी से घुल जाता है
- इसमे विद्युत की सुचालन का गुण पाया जाता है
- इसका क्वथनांक 339⁰C होता है
रासायनिक गुण –
- यह नीले लिटमस पत्र को लाल रंग मे बदल जाता है
- H₂SO₄ को गर्म करने पर H₂O व SO₃ मे टूट जाता है
- इसको जल मे घोलने पर यह H⁺ आयन देता है
- इसका मोलर द्रव्यमान 98.079 होता है
- क्षार से अभिक्रिया – H₂SO₄ + 2KOH – K₂SO₄ + 2H₂O
- घातु से अभिक्रिया H₂SO₄ + Na⁺ ⁻ Na₂SO₄ + H₂
सल्फ्यूरिक अम्ल के उपयोग-
- इसका उपयोग बैट्रियो मे किया जाता है
- पेट्रोलियम पदार्थों को शुद्ध करने के लिए
- खाद व धावन सोडा बनाने में
- गैसो को शुष्क करने के लिए
- HNO₃ व HCL बनाने मे
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