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गियर टर्मिनोलॉजी क्या होती है ?

May 12, 2021 by Er. Shikha Leave a Comment

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गियर टर्मिनोलॉजी क्या होती है ?

गियर टर्मिनोलॉजी क्या होती है ?

गियर टर्मिनोलॉजी

इस पेज पर हम  गियर टर्मिनोलॉजी को समझेंगे जैसे गियर टूथ प्रोफाइल क्या है और सभी गियर टर्मिनोलॉजी को गियर टूथ प्रोफाइल पर समझेंगे जैसे पिच सर्कल क्या है , सर्कुलर पिच Module क्या होता है , Addendum और Dedendum   सर्कल , क्लीयरेंस , Addendum और Dedendum , डायमेट्रल पिच तथा वर्किंग डेप्थ आदि सभी को एक –एक करके समझेंगे |

जनरल गियर टर्मिनोलॉजी

गियर और Toothed गियर को डिफाइन करने के लिए गियर की कई टर्मिनोलॉजी को समझा जाता है | गियर की विभिन्न प्रकार की टर्मिनोलॉजी है जो गियर को डिफाइन करती है और जिससे पूरी सम्पूर्ण गियर की प्रोफाइल को समझा जाता है |

गियर टर्मिनोलॉजी इस प्रकार है –

पिच सर्किल

यह गियर का एक Imaginary सर्किल होता है जहाँ गियर का हमको Pure Rolling Action देखने को मिलता है जब दो Mating गियर पॉवर को ट्रांसमिट करते है | Imaginary सर्किल होने के कारण यह गियर की फिजिकल कैरेक्टरिस्टिक  नहीं होता है  | पर यह पिच सर्किल बहुत ही महत्वपूर्ण सर्किल होता है गियर का और एक Biggest स्पेसिफिकेशन भी होता है गियर का | किसी भी गियर का साइज़ Specified किया जाता है उसके पिच सर्किल Diameter से ( PCD ) से | इसको कैपिटल D से Denote किया जाता है |

सर्कुलर पिच

यह एक महत्वपूर्ण टर्म है गियर की जो डिफाइन की जाती है जैसे एक गियर के एक टूथ के किसी भी पॉइंट से दूसरे टूथ के समान पॉइंट तक की जो दूरी होती है वह सर्कुलर पिच कहलाती है | यह सर्कुलर पिच , पिच सर्किल के Circumference के Along मापा जाता है |

सर्कुलर पिच को Calculate करने का सूत्र –

अगर पिच सर्किल डायामीटर PCD  बराबर D है तब

सर्कुलर पिच ( Pc ) =  π D / T

जहाँ T = Number Of Tooth

दो Mating गियर के लिए – सर्कुलर पिच

Pc1 = Pc2

π D1  / T1  = π D2  / T2

D1  / T1  =  D2  / T2

Module ( मोडियूल ) ( m )

जब भी दो Mating गियर पॉवर ट्रांसमिट करते है तब उन दो गियर में से एक गियर ड्राइविंग गियर होता है और दूसरा गियर ड्रिवन गियर होता है इसमें ड्राइविंग गियर ड्रिवन गियर को पॉवर ट्रांसमिट करता है | पॉवर ट्रांसमिशन के दौरान दोनों गियर के बिच में से एक Imaginary सर्किल बनता है उस Imaginary सर्किल को पिच सर्किल कहते है |

और उसके डायामीटर ( D ) को पिच सर्किल डायामीटर ( D ) कहते है पिच सर्किल डायामीटर को mm में लिया जाता है | किसी भी गियर का Module निकालने के लिए उसके पिच सर्किल डायामीटर को उसके टीथ के नंबर से भाग दिया जाता है |

Module ( मोडियूल ) ( m ) का सूत्र है –

m = D ( mm ) / T

जहाँ

D = पिच सर्किल डायामीटर

T = गियर के टीथ की संख्या

किसी भी दो Mating गियर के लिए पहले गियर का ( मोडियूल ) ( m ) होता है दूसरे गियर के ( मोडियूल ) ( m ) के जैसे

m 1 = m 2

Addendum और Dedendum सर्किल

किसी भी गियर के लिए Addendum सर्किल वह होता है जो उस गियर के टीथ के टोप से बनता है और Dedendum सर्किल वह सर्किल होता है जो गियर के टीथ के बॉटम से पास होता है |

क्लीयरेंस

जब भी दो गियर पॉवर ट्रांसमिट करते है मतलब जब दो गियर आपस में Meshed होते है उस समय दो Meshed टीथ के बीच जो दूरी होती है वह क्लीयरेंस कहलाती है |

Addendum और Dedendum

Addendum वह Distance होती है जो किसी भी गियर के टूथ के टोप के बीच और पिच सर्कल के बीच की दूरी होती है | साथ ही साथ Dedendum वह दूरी होती है जो की पिच सर्कल और Dedendum सर्कल के बीच मापी जाती है |

डायमेट्रल पिच ( Pd )

किसी भी गियर के लिए डायमेट्रल पिच ( Pd ) उस गियर के टीथ की संख्या और गियर के पिच सर्किल डायामीटर के बीच का अनुपात होता है इसमें पिच सर्किल डायामीटर की यूनिट Inches में मापी जाती है | इसका सूत्र है –

Pd = T / D ( Inches )

वर्किंग डेप्थ

किसी भी गियर के लिए वर्किंग डेप्थ वह दूरी होती है जो Addendum सर्कल और क्लीयरेंस सर्कल के बीच मापी जाती है |

टूथ थिकनेस

टूथ थिकनेस वह थिकनेस होती है जो किसी भी गियर टूथ के पिच सर्कल के सरकम्फेरेंस के साथ मापी जाती है | मतलब यह वह दूरी होती है जो गियर टूथ के पिच सर्कल के  सरकम्फेरेंस के साथ मापी जाती है | टूथ थिकनेस हमेशा पिच सर्कल की सरकम्फेरेंस के Along ही मापी जाती है |

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