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Home » विकृति ऊर्जा और प्रमाण विकृर्ति ऊर्जामें एवं उसका गुणांक तथा उदाहरण

विकृति ऊर्जा और प्रमाण विकृर्ति ऊर्जामें एवं उसका गुणांक तथा उदाहरण

फ़रवरी 12, 2022 by admin

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विकृति ऊर्जा:- [strain energy ]

  • Strain energy एक ऐसी energy है जो किसी भी body में इसकी elastic limit तक load लगाने से body में store हो जाती है।
  • Strain energy हमेशा ‘U’ से denote की जाती है।
  • Strain energy हमेशा body पर लगने वाले लोड पर निर्भर रहती है।
  • इसका Unit न्‍यूटन- मीटर (N-m) होता है।

U = P2E × अंग का VOLUME

  • विकृति क्या है ? इसके प्रकार

प्रमाण विकृर्ति ऊर्जा:- [ Proof Resistance ] 

किसी Body में उसकी Elastic limit तक store की जा सकने वाली Maximum energy को ही प्रमाण विकृति ऊर्जा कहते हैं। प्रमाण विकृति ऊर्जा body की position में कोई permanent बदलाव नहीं आना चाहिए। उसकी अधिकतम प्रत्‍यास्‍थ सीमा तक ही लोड लगे। 

प्रमाण विकृति उर्जा गुणांक :-

प्रमाण विकृति ऊर्जा का मतलब Body के Unit volume से है अर्थात प्रमाण विकृति उर्जा गुणांक आयातन पर निर्भर करता है। 

अथवा

किसी body के एक भाग के इकाई आयटम में उसकी अत्यधिक प्रत्यास्थ सीमा पर लगने वाले load की वजह से जो energy store होती है प्रमाड विकृति ऊर्जा गुड़ाक कहलाती है।

एक ध्यान देने वाली बात है विकृति क्या हैं?

विकृति:- किसी Body पर Load लगाने से उसकी ल. में परिवर्तन आ जाते हैं उसे ही विकृति कहते हैं अथार्त deformation क्रिया से पदार्थ की अवस्था परिवर्तन विकृति कहलाती हैं।

विकृति के अनुसार Body पर Load Tensile या Compressive हो सकते हैं जैसे चित्र में:-

विकृति ऊर्जा का उदाहरण:-

धनुष-वाण:- धनुष-वाण में विकृति ऊर्जा के माध्यम से ही किसी Target को Shoot किया जाता हैं।

टारगेट Shoot करने ने पहले जब कोई धनुष मैं लगे वाण को पीछे खीचता हैं तो धनुष में प्रत्यास्थता के गुड के कारण उसके Material Rearrangement ग्रहण करते हैं और जब वह तीर को छोड़ता है तो धनुष में जो Energy Store हुई होती है वो तीर को गति प्रदान करती हैं।

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Filed Under: Strength Of Material Tagged With: मैकेनिकल इंजीनियरिंग नोट्स हिंदी में

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