• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
Mechanic37

Mechanic37

इंजीनियरिंग और फिजिक्स,केमिस्ट्री

  • भौतिक विज्ञान
  • इंजीनियरिंग नोट्स
    • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
    • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
    • इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग
    • इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स
  • रसायन
  • जीव विज्ञान
  • कंप्यूटर

लेंज का नियम क्या है ? तथा उर्जा संरक्षण सिद्धांत को समझाइये

मार्च 4, 2021 by Er. Mahendra

लेंज का नियम क्या है ? तथा लेंज के नियम और उर्जा सरंक्षण सिद्धांत को समझाइए

लेंज का नियम क्या है ? लेंज का नियम तथा उर्जा सरंक्षण का सिद्धांत

लेंज का नियम

सन 1833 में  Heinrich Lenz  ने विद्युत चुम्बकीय प्रेरण में उत्पन्न  विद्युत वाहक बल की दिशा ज्ञात करने  के लिए एक नियम दिया जिसे लेंज का नियम कहते हे | यह नियम फेराडे के विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के नियम का पालन करता  हे  | फेराड़े का विद्युत चुम्बकीय प्रेरण का नियम हे की जब हम किसी कंडक्टर को किसी Changing Magnetic  Field में रखा जाता हे तो उस कंडक्टर में एक प्रेरित विद्युत वाहक बल उत्पन्न हो जाता हे जो की उस कंडक्टर में Current को Induce करता हे |

अब हम बात करते हे लेंज के नियम की  जो  की इस उत्पन्न विद्युत वाहक बल की दिशा बताता हे इसके अनुसार इस विद्युत चुम्बकीय प्रेरण की घटना में उत्पन्न विद्युत वाहक बल से Induce करंट  की दिशा इस प्रकार होती हे की वह उसी कारण का विरोध करता हे जिसके कारण ये उत्पन्न हुआ हे अर्थात ये  करंट  उसी Magnetic Field का विरोध करता हे जिसके कारण ये उत्पन हुआ हे |

उदाहरण

इस विद्युत वाहक बल को एक उदाहरण  की सहायता से समझा  जा सकता हे जो इस प्रकार  है

 लेंज के नियम को समझने के लिए  हम एक चुम्बक और एक कुंडली को लेते हे  तथा कुंडली को किसी विद्युत परिपथ से जोड़ते हे ताकि इसमें करंट प्रवाहित हो सके अब कुंडली में करंट के बहने से इसमें Polarity आ जाती हे जिससे  एक उत्तरी ध्रुव बन जाता हे तथा एक  दक्षिणी ध्रुव बन जाता हे |  अब हम इस चुम्बक को  बारी बारी से कुंडली के पास लाते हे या फिर इसे इस प्रकार समझे की एक ही बार में जब चुम्बक को कुंडली के पास लाकर फिर इसे कुंडली से दूर ले जाये  |

पहले हम चुम्बक के उत्तरी ध्रुव को कुंडली के पास लाते हे  जिससे इस कुंडली का मैग्नेटिक फ्लक्स बड जाता हे  तथा फेराडे के विद्युत चुम्कीय प्रेरण के नियम के अनुसार जब कुंडली में फ्लक्स चेंज होता हे तो इसमें विद्युत वाहक बल प्रेरित होता हे जो की करंट को Induce करता हे तथा यह करंट अपना एक मैग्नेटिक फील्ड बना लेती हे  |

 अब जेसा की हम जानते हे लेंज के नियम के हिसाब से यह मैग्नेटिक फील्ड  उसी मैग्नेटिक फील्ड का विरोध करेगा जिसके कारण यह Produce होता हे | और यह पूरी Coil  में इस प्रभाव को उत्पन्न करेगा | अब इस पूरी प्रक्रिया के दोरान कुंडली का वह  भाग जो चुम्बक की और होता हे वो कुंडली का उत्तरी ध्रुव बन जाता हे | और क्योकि चुम्बक का  यह गुण होता हे की इसके समान ध्रुवो के बिच प्रतिकर्षण तथा असमान ध्रुवो के बिच आकर्षण होता हे इसलिये  जब कुंडली में बने उत्तरी ध्रुव के पास जब चुम्बक का उत्तरी ध्रुव लाते हे तो इन दोनों के बिच प्रतिकर्षण होता हे |

अब हम इसकि दूसरी स्थति को समझते हे जब  चुम्बक के उत्तरी ध्रुव को  को धीरे धीरे  कुंडली से दूर ले जाया जाता हे  इस स्थति में कुंडली का मैग्नेटिक फ्लक्स घटने लगता हे तथा फेराडे के विद्युत चुम्कीय प्रेरण के नियम के अनुसार जब कुंडली में फ्लक्स चेंज होता हे तो इसमें विद्युत वाहक बल प्रेरित होता हे जो की करंट को Induce करता हे तथा यह करंट अपना एक मैग्नेटिक फील्ड बना लेती हे  |

अब हम जानते की लेंज के नियम के अनुसार यह मैग्नेटिक फील्ड उसी  का विरोध करेगी जिसके कारण यह उत्त्पन्न हुआ हे अर्थात यह मैग्नेटिक फ्लक्स के घटने का विरोध करेगा और यह पूरी Coil में होगा | और यह तथी संभव हो पाएगा जब  कुंडली का यह ध्रुव दक्षिणी ध्रुव बन जाए | और क्योकि चुम्बक का  यह गुण होता हे की इसके समान ध्रुवो के बिच प्रतिकर्षण तथा असमान ध्रुवो के बिच आकर्षण होता हे इसलिये  जब कुंडली में बने दक्षिणी ध्रुव के पास जब चुम्बक का उत्तरी ध्रुव होता हे तो इनके बिच आकर्षण होता हे  |

इस प्रकार हमने देखा की चुम्बक के उत्तरी ध्रुव को कुंडली के पास लाते हे तो  कुंडली  उत्तरी ध्रुव बना लेती हे और जब इसी  चुम्बक के उत्तरी ध्रुव को कुंडली से दूर ले जाया जाता हे तो कुंडली दक्षिणी ध्रुव बना लेती हे  और इस प्रकार कुंडली में उत्त्पन्न विद्युत वाहक बल तथा इसकि दिशा का  पता चलता हे

लेंज का नियम और उर्जा संरक्षण सिद्धांत

लेंज का नियम उर्जा संरक्षण के सिद्धांत पर आधारित होता हे इस बात को समझने के लिए हम ये जान लेते हे की उर्जा संरक्षण का सिद्धांत क्या होता हे इस सिद्धांत के अनुसार किसी भी निकाय की कुल उर्जा हमेशा नियत रहती हे इसका मतलब हे की उर्जा  को  न तो उत्त्पन्न किया जा सकता हे और न ही नष्ट किया जा सकता हे उर्जा को केवल एक Form से दूसरी Form में Change किया जा सकता हे  | जेसे की  इलेक्ट्रिकल उर्जा को  विद्युत मोटर से मैकेनिकल उर्जा में बदला जा सकता हे तथा मैकेनिकल उर्जा को  जनरेटर की मदद से  इलेक्ट्रिकल उर्जा में बदला जा सकता हे  |

अब इसी सिद्धांत  को  हम  लेंज के नियम में भी समझते हे इसके लिए हमने  लेंज के नियम में देखा था की जब हम  चुम्बक  के उत्तरी ध्रुव को कुंडली के पास लाते हे तो कुंडली भी  चुम्बक के उत्तरी ध्रुव के पास वाले ध्रुव को उत्तरी ध्रुव बना लेती हे  तथा चुम्बक के गुण के आधार पर जब समान ध्रुव एक दुसरे के पास होते हे तो उनके बिच प्रतिकर्षण होता हे |  अब इस प्रतिकर्षण बल के विरोध में कुछ बाहरी कार्य करना पड़ता हे जिससे की यह बाहरी  कार्य  विद्युत उर्जा में बदल जाता हे तथा इस प्रकार प्रेरित विद्युत धारा उत्त्पन्न हो जाती हे | इस प्रकार हमने देखा की इस पूरी प्रक्रिया में सिर्फ उर्जा का परिवर्तन हुआ हे अर्थात यही बाहरी कार्य प्रेरित विद्युत धारा के बराबर होगा |

अब हम दूसरी स्थति के बारे में देखते हे जब  चुम्बक के उत्तरी ध्रुव को कुंडली से दूर ले जाया जाता हे  तो कुंडली  चुम्बक के उत्तरी ध्रुव के पास वाले ध्रुव को दक्षिणी ध्रुव बना लेती हे  तथा अब ये इस चुम्बक के दूर जाने का विरोध करती  हे क्योकि चुम्बक के गुण के आधार पर असमान ध्रुवो के बिच आकर्षण होगा अब हमें इस आकर्षण बल के विरोध में कुछ बाहरी बल लगाना होगा और  यही बाहरी बल प्रेरित विद्युत उर्जा में बदल जाता हे | यह बाहरी बल विद्युत उर्जा के बरबार होगा |  

 इस प्रकार हमने देखा की चाहे चुम्बक को कुंडली  के पास लाया जाए या फिर कुंडली से चुम्बक को दूर ले जाया जाए दोनों ही स्थतियो में हमें एक आकर्षण या प्रतिकर्षण बल के विरोध में एक बाहरी बल लगाना होता हे जो विद्युत उर्जा में बदल जाता हे इस पूरी प्रक्रिया में निकाय की कुल उर्जा संरक्षित रहती हे इस प्रकार हम कह सकते हे की लेंज का नियम उर्जा संरक्षण के नियम पर आधारित होता हे |  

Filed Under: physics, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग Tagged With: उर्जा संरक्षण सिद्धांत, लेंज का नियम

Primary Sidebar

Recent Posts

  • ट्रांसफार्मर क्या है ? इसके भाग | उपयोग | प्रकार | चित्र सहित सिद्धांत
  • MCB क्या है ? प्रकार | Full Form | वोर्किंग | फायदे – नुकसान
  • Keyboard shortcut Keys In Hindi | हिंदी में
  • GPS क्या है ? कैसे काम करता है ? उपयोग | इतिहास
  • Flywheel या गतिपाल पहिया क्या है । प्रकार

विषय

  • भौतिक विज्ञान
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • रसायन विज्ञान
  • जीव विज्ञान 
  • कंप्यूटर 
  • इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स

श्रेणियां

  • Android (1)
  • Android Studio (1)
  • Applied Mechanics (1)
  • Arduino (49)
  • AutoCAD Tutorial (11)
  • Automobile (22)
  • Basic (1)
  • Biology Quiz In Hindi (1)
  • Chemistry (34)
  • Chemistry Quiz (2)
  • computer Tricks (1)
  • COVID 19 (1)
  • Design Of Machine Elements (1)
  • DIY (25)
  • Drone (1)
  • Education (2)
  • Element (1)
  • Engineering Project (48)
  • Fluid Mechanics (5)
  • Google services (5)
  • History (1)
  • Hollywood Entertainment (7)
  • Home Automation (9)
  • JOBS | (1)
  • LEARN COMPUTER | कंप्यूटर सीखें (22)
  • make Money online (1)
  • Marvel (1)
  • Material Science (3)
  • Mechanical Engineering (48)
  • Networking (1)
  • physics (148)
  • Physics | भौतिक विज्ञान (31)
  • Physics भौतिक विज्ञान Quiz test (1)
  • radioactivity (5)
  • Refrigeration and Air Conditioning (6)
  • Rotational motion of rigid body (1)
  • search engine optimization (3)
  • sensors (1)
  • software (1)
  • Solar Energy (1)
  • Solar system (2)
  • Space (5)
  • Strength Of Material (6)
  • Tech Notes (19)
  • Theory of Machine (9)
  • Thermodynamics | उष्मागतिकी (6)
  • Uncategorized (53)
  • Videos (1)
  • Voice Control (3)
  • wave motion or sound (1)
  • website (5)
  • आईटीआई (1)
  • आप और हम (1)
  • इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट बनाना (14)
  • इतिहास (2)
  • इतिहास | HISTORY (4)
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (93)
  • इलेक्ट्रिकल प्राथमिक (1)
  • इलेक्ट्रॉन और फोटॉन (3)
  • इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्ट (29)
  • इलेक्ट्रॉनिक प्राथमि (1)
  • ऊष्मा (1)
  • एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (1)
  • एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (1)
  • किरण प्रकाशकी (17)
  • गति एवम गति के नियम (5)
  • गैसीय नियम (1)
  • घर पर (1)
  • जीव विज्ञान । Biology (17)
  • ठोस अवस्था (3)
  • ठोस और अर्धचालक युक्तियाँ (4)
  • तरंग प्रकाशिकी (3)
  • द्रवस्थैतिकी एवम आ‍र्किमिडीज का सिद्धांत (2)
  • धारा के चुम्बकीय प्रभाव और चुम्बकत्व (12)
  • धारा विद्युत (10)
  • प्रतियोगी परीक्षा (13)
  • प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए फिजिक्स (26)
  • प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए रसायन विज्ञान (20)
  • बल (1)
  • ब्रह्मांड (8)
  • मापन (2)
  • मापन के यन्त्र (9)
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग | Mechanical engineering (54)
  • मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस (13)
  • रासायनिक बलगतिकी (1)
  • रासायनिक सूत्र (10)
  • विद्युत चुम्बकीय तरंगें एवम तरंग प्रकाशिकी (5)
  • विद्युत चुम्बकीय प्रेरण और प्रत्यावर्ती धारा (5)
  • विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव (2)
  • विलयन (2)
  • वृत्तीय गति (1)
  • वेबसाइट | ब्लॉग्गिंग (5)
  • वैज्ञानिक उपकरण (4)
  • वैद्युत रसायन (4)
  • वैधुत रसायन (3)
  • सतह रसायन (1)
  • स्थिर विद्युत (7)

Footer

सोशल मीडिया पर जुड़ें

  • Telegram 
  • Facebook
  • Twitter
  • Instagram
  • Youtube

बनाना सीखें

  • ड्रोन कैसे बनाएं ?
  • रोबोट कैसे बनाएं ?
  • वेबसाइट कैसे बनाएं ?
  • एंड्राइड एप कैसे बनाएं ?

हमारे बारे में

इस जगह आप हिंदी में इंजीनियरिंग ,फिजिक्स,केमिस्ट्री,बायोलॉजी,कंप्यूटर etc सीख सकते हो |

Mechanic37 2015 - 2022

  • साइटमैप
  • संपर्क करें
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन दें