आज इस आर्टिकल मे हम रसायन विज्ञान के एक महत्वपूर्ण टोपिक् धातु के बारे मे जानेंगे की धातु क्या होती है यह कितने प्रकार की होती इसके गुण, उपयोग धातु व अधातु मे अंतर तो आए इन सबके बारे मे जानते है
घातु –
वे तत्व जो सामान्य अभिक्रिया मे परमाणु के द्वारा एक या इससे ज्यादा इलेक्ट्रॉन का त्याग कर धनायन बनाते हैं तथा विधुत व ऊष्मा की सुचालक होती है धातु कहलाती है
उदाहरण – लौह, एलुमिनियम, तांबा, सोडियम, सोना, चांदी इत्यादि
कुछ विशेष प्रकार धातुए –
सबसे भारी धातु – ओसिओसियम (os)
सबसे हल्की धातु – लिथियम (li)
सबसे मुलायम धातु – सोडियम, पोटेशियम, लिथियम
सबसे अधिक सुचालक ,आघातवर्धनीय,तन्य धातु – सोना व चांदी
धातुओ के प्रकार –
अब तक प्रकृति में 91 धातु ज्ञात है जिन को दो भागों में बांटा गया है
- लौह धातु
- अलौह धातु
लौह धातु –
वे धातुए में जिनमें मूल धातु लोहा व कार्बन की मात्रा अलग-अलग होते हैं लौह धातु कहलाते है
जैसे – आयरन
अलौह घातु –
वे धातुए जिनमे लौह के कण उपस्थित नही होते है अलौह धातु कहलाती है
जैसे – कॉपर
घतुओ के गुण –
भौतिक गुण –
- घातुए नॉर्मल ताप पर ठोस रूप मे पायी जाती है पर पारा सामान्य ताप पर द्रव अवस्था मे पाया जाता है
- धातुओं को पीट कर इन्हे पतली चादर के रूप मे बदला जा सकता है इस गुण को आघातवर्धनीयता कहते है
- धातुओ को बारिख, पतले तार के रूप मे बदला जा सकता है घतुओ के इस गुण को तंयता कहते है
- धातुए विधुत तथा ऊष्मा की सुचालक होती है
- धातुओ मे चमकने का गुण पाया जाता है पर वायु के खुला छोड़ने पर धातुओ की चमक मंदी पड़ने लगती है
- धातुए कठोर होती है पर अपवाद स्वरूप सोडियम पोटेशियम लिथियम नरम होती है
- धातुओं के गलनांक व क्वथनांक बहुत ज्यादा होते हैं
- धातुओ को अन्य धातुओं या किसी कठोर वस्तु से टकराने पर ध्वनि उत्पन्न होती है इस गुण ध्वनिक को गुण कहा जाता है
रासायनिक गुण –
- सभी धातुए ऑक्सीजन के साथ के साथ अभिक्रिया करके धातु ऑक्साइड बनाती है
4Na + O₂ = 2Na₂O
- धातु पानी के साथ अभिक्रिया करके हाइड्रोक्साइड या हाइड्रोजन गैस बनाती है
2Na + 2H₂O = 2NaOH + H
- धातु तनु अम्ल के साथ अभिक्रिया के दौरान हाइड्रोजन गैस मुक्त करती है
2Na + 2HCL = 2NaCL + H₂
- ज्यादा क्रियाशील धातु अपने से कम क्रियाशील धातुओ को उनके लवण से अलग कर देती है
धातुओ के उपयोग –
धातुओ का उपयोग अनेक कार्यो के लिए किया जाता है जिनमे से कुछ प्रमुख उपयोग निम्न है
- सोना, चांदी, प्लेटिनम जैसी धातुओ का उपयोग आभूषण बनाने में क्या जाता है
- लौह, तांबा, एलुमिनियम का उपयोग घरेलू बर्तनों व मशीनों को बनाने के लिए किया जाता
- पारे का उपयोग थर्मामीटर बनाने के लिए किया जाता है
- टाइटेनियम जारकोनियम का उपयोग नाभिकीय ऊर्जा में क्या जाता है
- एलुमिनियम के पन्नी को उपयोग खाद्य पदार्थों को पैक करने के लिए किया जाता है
धातु व अधातु मे अंतर –
धातु –
- धातु विधुत व ऊष्मा के सुचालक होते है
- धातुओ मे एक विशेष प्रकार की चमक होती है
- धातुओ मे आघातवर्धनीय व तंयता का गुण पाया जाता है
- धातुएँ धन आयन बनाती है
- इनका का गलनांक और क्वथनांक बहुत ज्यादा होता है
- ये जल के साथ के साथ अभिक्रिया करती है
- ये ठोस होती है
अधातु –
- ये ऊष्मा तथा विधुत की कुचालक होती है
- इनमे कोई चमक नही होती है
- इनमे आघातवर्धनीय व तंयता का गुण नही होता बल्कि ये भंगुर होती है
- ये ऋणआयन बनाती है
- इनका का गलनांक और क्वथनांक कम होता है
- ये जल के साथ के साथ अभिक्रिया नही करती है
- ये ठोस व होती है
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