विटामिन किसे कहते है इसके सभी प्रकार कौन-कौन से है जिनमे B,B1,B2 एवं B3,B6 तथा B7,B9,B12,C,A,D,E,K है इनको विस्तार से बताया गया है की इस विटामिन की कमी से रोग कोन सा हो सकता है और यह विटामिन किस फल या सब्जी में पाई जाती है जिसे खाकर इसकी कमी दूर कर सकते है |
विटामिन (Vitamins ) किसे कहते है ?
विटामिन बे कार्बनिक पदार्थ होते हैं जिन की पूर्ति भोजन के द्वारा शरीर में की जाती है जो हमारे शरीर की कई प्रकार के रोगों से रक्षा करने के साथ-साथ उपापचय तथा अन्य शारीरिक क्रियाओं पर नियंत्रण और समन्वय बनाए रखते हैं विटामिन शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग सी फंक द्वारा 1911 ईस्वी में किया गया था विटामिनों के नामकरण अंग्रेजी भाषा के वर्णमाला क्रम A, B, C, D, E, K पर किया गया है
दूसरे शब्दो मे कह सकते है की विटामिन वे कार्बनिक पदार्थ है जिनका निर्माण शरीर के द्वारा नहीं होता वरन भोजन से प्राप्त होते है तथा अपनी उपस्थिति से हमारे शरीर को कई भयकर और घातक रोगों से बचाते है
विटामिनों के प्रकार (Type of vitamins )
विलेयता के आधार पर विटामिनों को दो प्रकारों में बांटा गया है
1.जल में घुलनशील विटामिन- विटामिन B और विटामिन C जल में घुलनशील विटामिन होते है
2. वसा मे घुलनशील विटामिन – विटामिन A.D.E.K.
विटामिन वसा मे घुलनशील विटामिन है
1. जल मे घुलनशील विटामिन –
विटामिन B (Vitamin B complex )
विटामिन B जल में घुलनशील विटामिन है जो ग्यारह प्रकार के विटामिनों का समूह बनाता है जिनमे से कुछ विटामिन निम्न प्रकार है
विटामिन B1 (Thymine )
विटामिन B1 (vitamin B complex ) समूह का एक महत्वपूर्ण विटामिन है जो जल में घुलनशील है इसका रासायनिक नाम थायमिन है इसकी कमी से बच्चों में बेरीबेरी नामक रोग हो जाता है जिसमें बच्चों के पैरों की हड्डी टेड़ी व भुंगर हो जाती है विटामिन B1 गाजर गेहूं चावल दूध समुद्री भोजन सोयाबीन तथा हरी सब्जियों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है
विटामिन B2 (Riboflavin )
विटामिन B2 का रासायनिक नाम राइबोफ्लेबिन है यह जल मे घुलनशील विटामिन है यह विटामिन हमारे शरीर रक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण विटामिन होता है इसके साथ यह कार्बोहाइड्रेट के पाचन में मदद करता है इस विटामिन की कमी से हमारी जीव्हा ओंठ की त्वचा रूखी तथा चेहरा बदसूरत दिखाई देता है विटामिन B2 मटर यीस्ट मांस अंडा तथा फलदार सब्जियों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है
विटामिन B3 (Niacin )
विटामिन B3 का रासायनिक नाम नियासिन है यह भी जल मे घुलनशील है इसकी कमी से मनुष्य में पेलाग्रा नामक रोग हो जाता है जिससे मानसिक विकास पाचन क्रिया में कई प्रकार के अवरोध उत्पन्न होने लगते हैं इस प्रकार के रोगों से छुटकारा पाने के लिए हमें अंकुरित गेहूं आलू अनाज बादाम टमाटर पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए कियोकि इनमे विटामिन B3 प्रचुर मात्रा मे होता है
विटामिन B6 (pyridoxine)
विटामिन B6 जल मे घुलनशील विटामिन बी कांपलेक्स का ही एक विटामिन है जिसका रासायनिक नाम पायरीडॉक्सीन है विटामिन B6 की कमी से शारीरिक वृद्धि रुक जाती है शरीर कमजोर दिखाई देने लगता है और मनुष्य में रक्त की कमी होने लगती है विटामिन B6 कमी पूरी करने के लिए हरी सब्जियों मास कलेजी आदि चीजों का इस्तेमाल किया जाता है
विटामिन b7 (Biotin)
विटामिन b7 का रासायनिक नाम बायोटिन है इसकी कमी से मांसपेशियों में दर्द होने लगता है त्वचा रूखी हो जाती है कमजोरी आने लगती है भूख और रक्त में कमी आने लगती है यह श्वशन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसके मुख्य स्रोत हरी सब्जियां अंडा यीस्ट आदि है
विटामिन B9 (Folic acid )
विटामिन B9 का रासायनिक नाम फॉलिक एसिड है जिसकी कमी से मनुष्य में RBC में कमी आती है जिससे रक्त की कमी हो जाती है जिससे मनुष्य कमजोर और अल्सर जैसी बीमारियों से ग्रसित हो जाता है इन बीमारियों को दूर करने के लिए केला संतरा मछली के यकृत का तेल यीस्ट,अंडा आदि का प्रचुर मात्रा प्रयोग करना चाहिए क्योंकि विटामिन B9 फोलिक एसिड इनमें सबसे अधिक पाया जाता है
विटामिन B12 (Cyanocobalmine )
इस विटामिन का रासायनिक नाम साइनोकोबालामिन है इसमे कोबाल्ट धातु पायी जाती है इस कारण इसका नाम साइनोकोबलमिन पड़ा RBC की परिपक्वता मे बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसकी कमी होने से शरीर में कई प्रकार के दोष उत्पन्न होने लगते हैं तथा इसकी कमी मांस कलेजी दूध अंडा आदि से दूर की जाती है
विटामिन सी (Ascorbic acid )
विटामिन C का रासायनिक नाम एस्कार्बिक एसिड है जो जल में घुलनशील विटामिन होता है यह विटामिन हमारे शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है इसकी कमी से स्कर्वी नामक रोग होने लगता है जिससे मसूड़ों और दांतों का क्षय होने लगता है विटामिन C मुख्यता खट्टे रसदार फलों में पाया जाता है जैसे नींबू संतरा मौसंबी आंवला चीकू टमाटर आदि
2.वसा में घुलनशील विटामिन –
विटामिन A (Retinol )
विटामिन ए का पूरा नाम एकसेरोफाइटोल है यह विटामिन ऊतक निर्माण मे सक्रिय भूमिका निभाता है यह ऊतकों की मरम्मत करने के साथ-साथ उन को सुरक्षा प्रदान करता है इसकी कमी से रतोंधी नामक रोग होने लगता है जिससे कॉर्निया सफेद और ढीली पड़ने लगती है तथा दृष्टि समाप्त होने लगती है विटामिन ए की कमी को दूर करने के लिए कलेजी अंडे गाजर मछली का तेल आदि का प्रयोग करना चाहिए
विटामिन D (Calciferol )
इसका रासायनिक नाम कैल्सीफेरोल है यह वसा में विलेय विटामिन होता है इसका मुख्य काम हमारे शरीर की हड्डियों और दातों को बचाना है यह शिशु के लिए बहुत महत्वपूर्ण विटामिन होता है किसकी कमी से बच्चों में रिकेटस तथा बुजुर्गों में ओस्टियोमलेशिया नामक रोग होता है तथा हड्डियां भंगुर होने लगती हैं जिसे सूखा रोग के नाम से भी जाना जाता है विटामिन डी अंडे मछली मक्खन तथा सूर्य की रोशनी में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है
विटामिन E (Tocopherol )
विटामिन E का रासायनिक नाम टोकोफेरोल है यह विटामिन वसा में विलेय विटामिन है इस विटामिन का मुख्य काम प्रजनन क्षमता को बढ़ाना होता है यह विटामिन प्रजनन क्रियाओ में अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसकी कमी से मनुष्य नपुंसक हो जाता है यह विटामिन गेहूं चना मटर हरी पत्तेदार सब्जियां मे प्रचुर मात्रा में पाया जाता है
विटामिन K ( philoquinone )
विटामिन के का पूरा नाम फिलोकिवलोन है यह वसा मे घुलनशील विटामिन है जो यकृत में प्रोथ्रॉम्बिन नामक प्रोटीन निर्माण के लिए अति आवश्यक होता है तथा रक्त का थक्का जमाता है यह टमाटर पनीर हरी पत्तेदार सब्जियों मे प्रचुर मात्रा मे पाया जाता है
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