प्रतिघात एवं प्रतिबाधा क्या होती है ?

प्रतिघात एवं प्रतिबाधा
आज के इस टॉपिक में हम प्रतिघात एवं प्रतिबाधा दोनों के बारे में समझेंगे जिसमे से पहले हम समझेंगे की प्रतिघात क्या होती है और यह कितने प्रकार की होती है साथ ही साथ हम यह भी देखेंगे की इसकी गणना किस प्रकार की जाती है और इसका सूत्र क्या होता है तथा इसके बाद हम प्रतिबाधा के बारे मे समझेंगे जिसमे हम देखेंगे की प्रतिबाधा क्या होती है और इसकी गणना कैसे की जाती है और इसकी गणना का सूत्र क्या होता है इन सभी बातों को हम समझेंगे तो शुरुआत करते है प्रतिघात से |
प्रतिघात
जब किसी AC परिपथ में विद्युत धारा प्रवाहित होती है तो उसमे Inductance और Capacitance के कारण विद्युत धारा के प्रवाह में प्रतिरोध उत्पन्न होता है इसी प्रतिरोध को प्रतिघात ( Reactance ) कहते है इसे X ( कैपिटल X ) से दर्शाया जाता है और इसका मात्रक Ω ( ओह्म ) होता है | या फिर इसकी परिभाषा इस प्रकार भी दी जा सकती है की किसी इलेक्ट्रिकल परिपथ में इलेक्ट्रान के प्रवाह के विपरीत जो Inertia लगता है उसे ही प्रतिघात कहा जाता है |
अर्थात यह कहा जा सकता है की किसी इलेक्ट्रिकल परिपथ में प्रतिघात जितनी ज्यादा होती है उस परिपथ में विद्युत धारा उतनी ही कम प्रवाहित होती है और इसे Imaginary Resistance भी कहा जाता है | और जब भी किसी इलेक्ट्रिक परिपथ से AC धारा प्रवाहित होती है तो इस धारा का Phase और इसका Amplitude बदलता है और इस करंट और वोल्टेज के Phase एवं Magnitude के Waveform का मापन इस Reactance के द्वारा किया जाता है | अब हम प्रतिघात के सूत्र और प्रकार को समझेंगे |
प्रतिघात का सूत्र एवं प्रकार
किसी इलेक्ट्रिकल परिपथ के लिए यदि प्रतिघात की गणना की जाए तो उसके लिए हमें Inductive प्रतिघात तथा Capacitive प्रतिघात का मान पता होना चाहिए अर्थात प्रतिघात का सूत्र इस प्रकार होगा –
X = XL + Xc
जहाँ X = प्रतिघात
XL = Inductive प्रतिघात
Xc = Capacitive प्रतिघात
अब हम प्रतिघात के दोनों प्रकार यानि की Inductive प्रतिघात एवं Capacitive प्रतिघात को समझेंगे तथा साथ ही साथ इनके गणना सूत्र को भी समझेंगे |
Inductive प्रतिघात
जब इलेक्ट्रिकल परिपथ में केवल Inductor लगा हो या फिर इलेक्ट्रिकल परिपथ में धारा केवल Inductor से होकर बहती है तो इस इंडक्टर के द्वारा जो प्रतिरोध उत्पन्न किया जाता है विद्युत धारा के प्रवाह के मार्ग में उसे ही Inductive प्रतिघात कहा जाता है इसे XL के द्वारा दर्शाया जाता है तथा इसका मात्रक भी Ω ( ओह्म ) होता है |
इसका सूत्र इस प्रकार होता है –
XL = 2 π f L
जहाँ पर –
XL = Inductive प्रतिघात
f = परिपथ में बहने वाली धारा की फ्रीक्वेंसी
L = इंडक्टर की Inductance
Capacitive प्रतिघात
जब इलेक्ट्रिकल परिपथ में केवल Capacitor लगा हो या फिर इलेक्ट्रिकल परिपथ में धारा केवल Capacitor से होकर बहती है तो इस Capacitor के द्वारा जो प्रतिरोध उत्पन्न किया जाता है विद्युत धारा के प्रवाह के मार्ग में उसे ही Capacitive प्रतिघात कहा जाता है इसे Xc के द्वारा दर्शाया जाता है तथा इसका मात्रक भी Ω ( ओह्म ) होता है |
तथा इसका सूत्र इस प्रकार होता है –
Xc = 1 / ( 2 π f C )
जहाँ पर –
Xc = Capacitive प्रतिघात
f = परिपथ में बहने वाली धारा की फ्रीक्वेंसी
C = Capacitor की Capacitance
यह तो हमने प्रतिघात को समझा है लेकिन अब हम प्रतिबाधा के बारे में भी समझेंगे जिससे प्रतिघात एवं प्रतिबाधा को हम एक ही टॉपिक में Cover करेंगे |
प्रतिबाधा
इस प्रतिबाधा की साधारण सी परिभाषा देंखे तो इसका मतलब होता है परिपथ का टोटल प्रतिरोध चाहे वह Resistance के कारण हो या Reactance के कारण अर्थात किसी इलेक्ट्रिकल परिपथ में धारा के प्रवाह में उत्पन्न टोटल बाधा को प्रतिबाधा कहते है जो की धारा के प्रवाह को प्रभावित करती है |
इसे हमेशा Vector के Form मे लिखा जाता है जिसके द्वारा इलेक्ट्रिकल परिपथ में लगे सभी Component के प्रतिरोध या बाधा को दर्शाया जाता है इसीलिए इसे प्रतिबाधा कहा जाता है |
इसे Z ( कैपिटल Z ) से दर्शाया जाता है तथा इसका मात्रक भी Ω ( ओह्म ) होता है |
तथा अगर हम इसके सूत्र की बात करे तो कुछ इस प्रकार होगा –
Z = R + j X
जहाँ पर –
Z = प्रतिबाधा
R = Resistance
X = Reactance है जिसका मान X = XL + Xc होता है |
तथा XL = Inductive प्रतिघात
एवं Xc = Capacitive प्रतिघात होता है |
इस प्रकार हमने इस टॉपिक में प्रतिघात एवं प्रतिबाधा दोनों के बारे में समझा |
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