Cache Memory क्या है इसका काम क्या है यह किस तरह कंप्यूटर या दूसरी Device की speed इनक्रीस करती है और इसके प्रकार इस page पर हैं
Cache Memory को Volatile Memory कहा जाता है यह Memory CPU के बहुत ही करीब होती है जिस कारण से इसे CPU Memory भी कहा जाता है जब CPU को Data fetch करना है तो वो सबसे पहले Data को Cache Memory में देखेगा यदि Data यहां पर नहीं मिलता है तो वो RAM में देखेगा और यदि यहां भी नहीं मिलता है तो वो Hard drive में Search करेगा इसीलिए इसे CPU Memory के नाम से जाना जाता है इसके होने हमारे कंप्यूटर की Speed काफी हद तक बहुत बढ़ जाती है जिससे हम Data को जल्दी Access कर सकते है जो Temporary फाइल्स और सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर बार-बार इस्तेमाल करनी पड़ती है यह Cache Memory इन्हें अपनें अंदर सुरक्षित करती है जो कि एक तरह से Cache Memory में Save हो जाती है।
यह Secondary Memory और Primary Memory से बहुत ही ज्यादा Fast होती है तथा Cache Memory Processer और Main Memory के बीच में उपस्थित रहती है तथा इसका Size बहुत ही कम होता है जिसके कारण इसकी Data Transfer Speed बहुत ही तेज होती है इसका Size 256KB से 4MB तक होता है। Cache Memory कंप्यूटर के कार्य की Average Speed को Maintain बना कर रखती है यह Access Time को Reduce करता है यह Main Memory और Cache Memory में Transfer of Data Block by Block करती है तथा डाटा Transfer of Cache Memory or Processer में Word by Word करती है।
Mobile में भी Cache Memory होती है जब हम कोई भी Online Document या Software पर काम करते हैं तो कुछ Temporary File के रूप में हमारे Mobile की Storage में जाकर Automatic Save हो जाती है जिससे कि हमें कभी भी कोई भी File या Software को Access करते हैं तो वह हमारे Mobile की Cache Memory से लाकर Open कर देता है यदि हम इन Files Cache Memory या Mobile Storage से Data Clear करते हैं तो हमारे Mobile से सारी Temporary Data File Erase हो जाता है और हम जब भी कभी Urgently कोई भी Files Open करतें हैं हमें फिर से Files को Download करना पड़ेगा जिससे हमारा टाइम और डाटा की खपत होती है।
Cache Memory के प्रकार
Cache Memory तीन प्रकार की होती है
1.Level 1 Cache – सबसे पहले Data Fetch इसी में होता है यानी इसी में ही खोजा जाता है Level 1 Cache Storage की तुलना में Level 2 Cache से बहुत छोटी होती है यह CPU के बहुत ही करीब होती है इसलिए सभी की तुलना में बहुत तेज होती है।
2.Level 2 Cache – Level 2 Cache जो कि Level 1 से थोड़ा ज्यादा Delay होता है इसमें Data Fetch करनें में थोड़ा समय लगता है।
3.Level 3 Cache – इसमें Storage सबसे बड़ा होता है यह भले ही Level 1 Cache और Level 2 Cache से Speed में धीमी है फिर भी यह RAM से तेज होती है।
Example of Cache Memory –
Cache Memory को हम एक Real Life के उदाहरण से समझते हैं मान लीजिये आप किसी ऑफिस में काम कर रहे हो और डेस्क पर बैठे हो और एक बैक ऑफिस है जिसमें बहुत सारी फाइल्स या ऑफिस का Data रखा हुआ है उसे हम Hard Drive कह सकते हैं और जिस Desk पर जो फाइल्स और Document रखे हुए हैं उन्हें हम RAM कह सकतें है और उसी डेस्क में अंदर कुछ Drawer बने हुए हैं उनमें हम कुछ ऐसी फाइल्स या बहुत ही जरूरी Document रखते हैं जिनकी हमें दिनभर काफी आवश्यकता पड़ती है इसे हम Cache Memory का नाम दे सकते हैं। हम ऐसे कह सकतें है जो Important Files , Proposal , Envelop , Steppler , Pen , को Drawer में रखते हैं जब हमें किसी को देना हो या खुद ही प्रयोग करना हो तो Drawer में से निकाल कर दे देते हैं इससे हमारा काफी कीमती समय बच जाता है।
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