आज की इस article में हम देखेंगे कि वेग क्या होता है इसे हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में कैसे अनुभव कर सकते हैं तथा वेग का एस आई मात्रक ,सूत्र क्या होता है यह कितने प्रकार का होता है तो चलिए हम एक-एक करके इन सभी topics को को उदाहरण सहित समझने की कोशिश करते हैं
वेग (velocity) –
वेग की परिभाषा को देखने से पहले हम इसे एक example से समझने की कोशिश करते है
मना एक रेलगाड़ी किसी स्टेशन A से D तक की यात्रा करती हैं बीच में अन्य दो स्टेशन B और C है रेलगाड़ी A से B तक 130 sec मे 100m का विस्थापन करती है और जब train B से C तक 169 m विस्थापन 170 sec करती है और इसकी तरह C से D तक 190विस्थापन 230 sec मे करती है
इस example मे हम देखते है train ट्रेन का विस्थापन समय के साथ बदल रहा है अर्थात विस्थापन निश्चित नहीं है यह समय के साथ बदलता है
समय के सापेक्ष विस्थापन को ही वेग कहते है
या
किसी वस्तु द्वारा इकाई समय में तय किया गया विस्थापन वेग कहलाता है
वेग को v से denote करते है
वेग एक सदिश राशि है
वेग का SI मत्राक m/s होता है
वेग की विमा = [M0L1T-1] होती है
V = विस्थापन मे परिवर्तन
परिवर्तन मे लगा समय
V = D/t
Q. एक train delhi से kerala के बीच की दूरी 100km है को तय करने मे 10 hr का समय लेती है तो train का वेग क्या होगा ?
Ans. वेग = विस्थापन/ समय
Delhi से kerala के बीच की दूरी = 100km
= 100× 1000
= 100000m
दूरी तय करने मे लगा समय = 10hr
= 10× 60
= 600
V= 100000/600
V= 1000/6
V = 166.66m/s
यदि कोई वस्तु दिशा change करती है तो उसका वेग भी बदल जाता है कण का वेग धनात्मक ,ऋणआत्मक या zero हो सकता है
धनात्मक वेग ( positive velocity)- यदि किसी कण का विस्थापन समय के साथ बड़ रहा हो तो वह कण का धनात्मक विस्थापन कहलाता है
ऋणात्मक वेग ( negative velocity) – यदि किसी कण का विस्थापन समय के साथ घट रहा हो तो वह कण का ऋणात्मक वेग कहलाता है
यदि किसी कण किसी बिंदु से विस्थापन करता है और वापिस उसी बिंदु पर आ जाता है तो वह कण का वेग और विस्थापन शून्य होता है
वेग के प्रकार-
समांयतः वेग 4 प्रकार का होता है
1.एक समान वेग (uniform velocity)
2.असमान वेग (non-uniform)
3.औसत वेग (average velocity)
4.तात्क्षणिक वेग (instantaneous velocity)
1. एक समान वेग ( uniform velocity) –
यदि किसी कण के लिए समान उस समय अंतराल में होता विस्थापन समान होता है तो यह कण का एक समान वेग कहलाता है
Example – कोई train को Station A से station C पर जाना है तो train station A से B तक 5 sec मे 20 m विस्थापन करती है और station B से C station 5 sec मे 20 m विस्थापन करती इस तरह यह समान समय अंतरालो मे समान दूरी का विस्थापन तय करती है
2.असमान वेग ( non-uniform velocity) –
यदि किसी कण के लिए समान समय अंतरालो मे विस्थापन अलग अलग है या असमान है तो यह कण का असमान वेग कहलाता है
Example- कोई train को station A से D पर जाना है इसे station A से D के बीच B और C और है train station A से B तक 20 m दूरी 5 sec मे तय करती है और station B से C तक 5sec me 26m विस्थापन तय करती है और station C से station D तक 5 sec मे 38 m विस्थापन करती है तो यहा हमने देखा की train समान समय अंतरालो मे अलग अलग दूरी का विस्थापन करती है
3. औसत वेग ( average velocity) –
किसी कण के द्वारा कुल विस्थापन तथा कुल समय के अनुपात को औसत वेग कहते है
औसत वेग = कुल विस्थापन
कुल समय
यदि कण का वेग किसी नियत दिशा मे एक समान rate से change हो रहा हो तो
औसत वेग (v⁻) = प्रारंभिक वेग- अंतिम वेग
कुल समय
4. तात्क्षणिक वेग ( instantaneous velocity) –
किसी कण का किसी खास क्षण पर वेग तत्क्षाणिक वेग कहलाता है
V= dD/dt
सापेक्ष व निरपेक्ष वेग-
सापेक्ष वेग –
जब दो कण एक समय अलग अलग वेग से गति कर कर रही है तो एक के सापेक्ष ( respect) दूसरे कण का वेग सापेक्ष वेग कहलाता है
निरपेक्ष वेग –
जब दोनों कण मे से एक कण constant है तथा दूसरा कण गति कर रहा है तो दूसरे कण का वेग निरपेक्ष वेग कहलाता है
Important point –
1.चाल और वेग के मात्रक m/s होता है
2.यदि कोई कण एक सरल रेखीय पथ पर गति कर रहे है तो 3.उसकी चाल का परिणाम वेग के समान होता है
दिशा बदले पर कण का वेग बदल जाता है
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