विलयन रसायन विज्ञान कक्षा 12वी का दुसरा पाठ है । इस पेज पर हम विलयन की परिभाषा, विलयन के गुण, विलायक , विलेय तथा विलयन कितने प्रकार के होते हैं आदि को समझेंगे जो परीक्षा कि दृस्टि से महत्वपुर्ण हैं ।
विलयन (Solution):
विलयन क्या है ( what is solution) – दो या दो से अधिक घटकों या अवयवो के समांगी मिश्रण को विलयन (Solution) कहते हैं किसी भी विलयन के उपादानो मे एक निश्चित तापमान पर आप निश्चित अनुपात में एक सीमा तक परिवर्तित कर सकते हैं जैसे जब हम नमक को पानी में गोल घोलते हैं तो हमें एक समांगी मिश्रण (Homogeneous Mixture) प्राप्त होता है यह समांगी मिश्रण नमक का पानी में विलयन कहलाता है ।
इसी प्रकार के और भी मिश्रण या विलयन है जैसे – तांबे का सोने के साथ मिश्रण, पारे का सोडियम के साथ मिश्रण, जल मैं ग्लूकोस का मिश्रण, ऑक्सीजन और नाइट्रोजन का मिश्रण, क्लोरोफॉर्म और नाइट्रोजन गैस का मिश्रण, हाइड्रोजन तथा पैलेडियम का विलयन आदि ।
विलेय + विलायक = विलयन
जब किसी विलयन को दो घटकों या अवयवो से बनाया जाता है तो वह द्विअंगीय विलयन (Binary Solution) कहलाता हैं ।जबकि किसी विलयन को तीन घटकों या अवयवो को मिलाकर बनाया जाता है तो वह त्रिअंगीय विलयन (Triangulation Solution) कहलाता हैं ।
जब हम विलेय और विलायक को घोलते हैं तो विलयन के चार परिणाम प्राप्त हो सकते हैं जैसे – एक दूसरे के संपर्क में आने के बाद वे अलग-अलग रहे, एक दूसरे के संपर्क में आने के बाद वे पायस( वे पदार्थ जो विलायक मे घुलने के बाद पात्र कि तली मे जम जाते है जैसे - खाडिया) बना सकते हैं जब एक अवयव जल हो, हो सकता है कि वे एक दूसरे से मिलकर एक समांगी मिश्रण बन सकते है, या दोनों पदार्थों की रासायनिक क्रिया होने के बाद एक या एक से अधिक योगिक बन सकते है ।
विलेय (Solute) :
वह पदार्थ जिसे किसी दुसरे पदार्थ मे घोला जाता है तो उस पदार्थ को विलेय कहा जाता है । जैसे कि जब हम नमक को पानी में मिलाते तो एक गोल बनता है इस घोल में नमक विलेय कहलाता हैं । विलेय पदार्थ जैसे ठोस, द्रव्य, एवं गैस आदि रूप में हो सकता हैं किसी भी रसायन या योगिक की द्रव में घुलने की क्षमता को विलेयता कहा जाता है विलेय की विलेयता मूल रूप से विलेय और विलायक के भौतिक एवं रासायनिक गुणों पर ही निर्भर करती हैं एवं विलयन के ताप, दाब, एवं पी एच मान पर निर्भर करती है
विलायक (Solvent) :
विलायक विलयन का वह भाग होता है जिसमें विलेय को घोला जाता है इस विलयन के समांगी मिश्रण में विलायक के अवयवो की मात्रा अधिक होती है जो विलयन की भौतिक अवस्था को निर्धारित करती है जैसे हम जब नमक को पानी में मिलाते हैं तो जो समांगी मिश्रण प्राप्त होता है वह विलायक की भौतिक अवस्था तरल रूप में होता है । विलायक की मात्रा हमेशा अधिक होती है विलायक दो प्रकार के होते हैं ध्रुविय और अध्रुविय विलायक ।
विलयन के प्रकार : (Types of Solution)
विलयन के प्रकारो को टेवल के माध्यम से और ठीक तरह से समझाया जा सकता है
विलयन के प्रकार | विलेय | विलायक | विलयन |
ठोस विलयन | ठोस द्रव गैस | ठोस ठोस ठोस | ताँबे का सोने के साथ विलयन पारे का सोडियम के साथ विलयन हाइड्रोजन का पैलेडियम के साथ विलयन |
द्रव विलयन | ठोस द्रव गैस | द्रव द्रव द्रव | जल मे घुले हुए ग्लुकोस का मिश्रण जल मे घुली हुई एथनॉल का मिश्रण जल मे घुली हुई ऑक्सीजन का मिश्रण |
गैसीय विलयन | ठोस द्रव गैस | गैस गैस गैस | कपूर और नाइट्रोजन गैस का मिश्रण क्लोरोफॉर्म व नाइट्रोजन गैस का मिश्रण ऑक्सीजन और नाइट्रोजन गैस का विलयन |
विलयन का यह पहला भाग है जो कि कक्षा बारहवीं के रसायन विज्ञान का दूसरा पाठ है। इस पोस्ट में लगभग विलयन, विलेय और विलायक को कवर किया गया है यदि आपको यहां पोस्ट अच्छा लगे तो हमारी वेबसाइट को सब्सक्राइब करें और अपने फ्रेंडों को शेयर करें एवं यदि कोई क्वेश्चन हो तो उसे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं । धन्यवाद |
Leave a Reply