• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
Mechanic37

Mechanic37

इंजीनियरिंग और फिजिक्स,केमिस्ट्री

  • भौतिक विज्ञान
  • इंजीनियरिंग नोट्स
    • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
    • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
    • इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग
    • इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स
  • रसायन
  • जीव विज्ञान
  • कंप्यूटर

पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए ओजोन परत क्यों आवश्यक है ?

अप्रैल 2, 2021 by Er. Mahendra

पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए ओजोन परत क्यों आवश्यक है

ओजोन परत की आवश्यकता

ओजोन परत और आवश्यकता

आज के इस टॉपिक में हम वायुमंडल में उपस्थित एक बहुत ही महत्वपूर्ण परत जिसे ओजोन परत के नाम से जाना जाता है उसके बारे में समझने का प्रयास करेंगे जिसमे हम देखेंगे की ओजोन परत क्या है तथा पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए ओजोन परत क्यों आवश्यक है इसके अलावा हम यह भी देखेंगे की ओजोन परत का क्षरण क्यों हो रहा है और वो कोन कोन से कारक होते है जो इसका क्षरण करते है

तथा इसके क्षरण से होने वाले दुष्प्रभावो के बारे में भी समझेंगे अर्थात ओजोन परत के क्षरण से अलग अलग जीवों पर क्या प्रभाव पड़ते है जिसमे मानव पर प्रभाव , पोधों पर प्रभाव तथा पृथ्वी पर रहने वाले अन्य जीवों पर प्रभाव को समझेंगे | तो चलिए समझना शुरू करते है की ओजोन परत क्या है और पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए ओजोन परत क्यों आवश्यक है

पृथ्वी की सतह से लगभग 20 से 40 किलोमीटर की दुरी पर ओजोन गैस के अणुओं से मिलकर बनी एक परत होती है जिसे ओजोन परत कहते है यह इसलिए पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए  आवश्यक है क्योंकि यह सूर्य से आने किरणें जिनमे उपस्थित पराबेंगनी हानिकारक किरणों से पृथ्वी पर रहने वाले जीवों जैसे मनुष्य , पेड पोधे , जानवर तथा जलीय जंतु आदि की रक्षा करती है यह  परत इन पराबेंगनी किरणों को अवशोषित कर लेती है जिससे इन  सभी जीवों , पोधों तथा जन्तुओ की रक्षा होती है |

 क्योंकि अगर ये पराबेंगनी घातक किरणें पृथ्वी पर पहुँच जाए और मनुष्य पर पड़ जाए  तो मनुष्य में त्वचा केंसर और अन्य घातक बीमारियाँ हो जाती है तथा अगर ये किरणें पोधो पर पड़ जाए तो पोधों की वृद्धि तथा विकास रुक जाता है तथा फूलो को मुरझा देती है तथा ये किरणें जलीय जीवो पर भी विपरीत  प्रभाव डालती है तो इन सभी दुष्प्रभावों से बचने के लिए ओजोन परत पृथ्वी पर रह रहे जीवों के लिए बहुत आवश्यक है |

लेकिन मानवीय गतिवधियों के कारण इस परत का क्षरण भी हो रहा है तो  अब हम समझते है  की जब यह परत हमारे लिए इतनी आवश्यक है तो इसका क्षरण क्यों हो रहा है और वो कोनसे कारक है जिनकी वजह से इसका क्षरण हो रहा है |

ओजोन परत का क्षरण

ओजोन परत का क्षरण ज्यादातर मानवीय गतिविधियों के कारण ही हो रहा है जिसके कारण यह परत लगातार पतली होती जा रही है और जिसके चलते इसमें कही – कही पर छेद भी हो गया है इसे ही ओजोन क्षरण कहा जाता है इसमें अनेक मानवीय गतिविधियाँ शामिल है जैसे की अनेक केमिकल्स का उपयोग करना , फेक्ट्रीयों से निकलने वाला धुआं तथा अन्य बड़े उद्योगों से निकलने वाला केमिकल , तथा साथ ही साथ वाहनों से निकलने वाला धुआं आदि गतिविधियाँ शामिल है | तो अब हम देखते है की वो कोन – कोन से  कारक होते है जो इस इस परत का क्षरण करते है |

जिन रसायनों के कारण इस परत का क्षरण होता है उन रसायनों को ओजोन क्षरण पदार्थ कहा जाता है जिसमे मुख्य रूप से क्लोरो फ्लोरो कार्बन गैस (CFC )  , हैलोन , कार्बन टेट्रा क्लोराइड ( CCL4 ) , मिथाइल क्लोरोफोर्म , मिथाइल ब्रोमाइड आदि रासायनिक पदार्थ शामिल है जो इस परत को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते है |

और ये सभी कारक मानव की गतिविधियों से ही उत्पन्न होते है | जैसे की जब हम फ्रीज , एयर कंडीशनर ( AC ) जैसे उपकरणों का उपयोग करते है तो इन उपकरणों के उपयोग के दौरान फ्लोरो कार्बन गैस (CFC ) निकलती है जो की इस परत के क्षरण के लिए उत्तरदायी होती है |  तथा कुछ गैसे जो ओद्योगीकरण के कारण उत्पन्न होती है ये भी ओजोन क्षरण के लिए उत्तरदायी होती है |

ओजोन परत के क्षरण के दुष्प्रभाव

अब हम समझते है कि इसके क्षरण से क्या क्या दुष्प्रभाव होते है  जब इस परत का क्षरण होता है तो सूर्य से आने वाली पराबेंगनी हानिकारक किरणें सीधे पृथ्वी पर पहुँच जाती है जिससे ये मानव , पोधो तथा अन्य जीवों पर विपरीत प्रभाव डालती है जैसे की

जब ये किरणें मनुष्य की त्वचा को छूती है तो इससे त्वचा केंसर जैसी घातक बिमारी हो सकती है तथा त्वचा को रुखा और झुर्रियां वाला बना देती है तथा  ये आँखों की रोशनी को भी प्रभावित करती है  | इसके अलावा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना तथा साँस लेने में तकलीफ होना , सीने में दर्द होना , गले में जलन होना और फेफड़ो की कार्यप्रणाली प्रभावित होना अन्य बीमारियाँ शामिल है  इस प्रकार मनुष्य के ऊपर विपरीत प्रभाव डालती है |

तथा जब ये किरणें पोधो पर पड़ती है तो उनकी वृद्धि रुक जाती है और उनका विकास होना रुक जाता है ये पोधो की पत्तियों के आकार को  छोटा कर देती है और पोधो के अंकुरित होने की क्षमता को कम कर देती है इसके अलावा ये किरणें पोधों में लगने वाले फूलों के समय को भी बदल सकती है इस प्रकार ये किरणें पोधो पर प्रभाव डालती है |

इसके अलावा जब ये किरणें समुद्र के अन्दर प्रवेश करती है तो जलीय जीवों के जीवन पर भी विपरीत प्रभाव डालती है तथा कुछ सूक्ष्म जलीय पोधों को नष्ट कर सकती है तथा समुद्री पारिस्थिक तंत्र को भी ये किरणें प्रभावित करती है और कुछ जीवो को भी नष्ट कर देती है ये सूक्ष्म जीव वायुमंडलीय कार्बन डाई ऑक्साइड को ऑक्सीजन में बदलने का काम करते है |

इस प्रकार ओजोन परत के क्षरण होने के कारण पराबेंगनी किरणें जब पृथ्वी पर पहुँचती है तो  ये  सभी प्रकार के जीवन जिसमे मनुष्य तथा अन्य जिव तथा पेड़ पोधों और समुद्री जलीय जीवों के ऊपर भी विपरीत प्रभाव डालती है |

ओजोन परत का क्षरण रोकने के प्रयास

जब यह परत हमारे जीवन के लिए इतनी महत्वपूर्ण है तो निश्चित तोर पर इस परत के क्षरण को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने चाहिए जिससे की आने वाले समय में सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबेंगनी किरणों से होने वाले दुष्प्रभावो से बचा जा सके इसके लिए हमें निम्न प्रयास करने चाहिए –

1 . हमें फ्रीज ,  AC तथा अन्य कंडीशनर का उपयोग कम से कम करना चाहिए जिससे की क्लोरो फ्लोरो कार्बन गैस (CFC ) गैस कम से कम वातावरण में पहुंचे और इस परत का नुकसान कम हो तथा साथ ही इन उपकरणों के उपयोग के दौरान यह भी ध्यान रखे की क्लोरो फ्लोरो कार्बन गैस वायुमंडल में मुक्त होने के बजाय उसका पुनर्चक्रण हो |

2 . वाहनों का प्रयोग कम से कम करना चाहिए  तथा उद्योगों से निकलने वाली गेसो को भी नियंत्रित करना चाहिए जिससे की इनसे निकलने वाली हानिकारक गेसो और रसायनों से ओजोन क्षरण को रोका जा सके |

3 . रासायनिक कीटनाशकों का प्रगोग कम से कम करना चाहिए |

4 . वृक्षों की कटाई को रोकना चाहिए ताकि पर्यावरण में संतुलन बना रहे तथा अधिक से अधिक वृक्षों को लगाने के प्रयास करने चाहिए |

आदि

इस प्रकार के अनेक प्रयास हमें करने चाहिए जिससे की ओजोन परत का क्षरण न हो |

Filed Under: physics Tagged With: ओजोन परत

Primary Sidebar

Recent Posts

  • ट्रांसफार्मर क्या है ? इसके भाग | उपयोग | प्रकार | चित्र सहित सिद्धांत
  • MCB क्या है ? प्रकार | Full Form | वोर्किंग | फायदे – नुकसान
  • Keyboard shortcut Keys In Hindi | हिंदी में
  • GPS क्या है ? कैसे काम करता है ? उपयोग | इतिहास
  • Flywheel या गतिपाल पहिया क्या है । प्रकार

विषय

  • भौतिक विज्ञान
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • रसायन विज्ञान
  • जीव विज्ञान 
  • कंप्यूटर 
  • इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स

श्रेणियां

  • Android (1)
  • Android Studio (1)
  • Applied Mechanics (1)
  • Arduino (49)
  • AutoCAD Tutorial (11)
  • Automobile (22)
  • Basic (1)
  • Biology Quiz In Hindi (1)
  • Chemistry (34)
  • Chemistry Quiz (2)
  • computer Tricks (1)
  • COVID 19 (1)
  • Design Of Machine Elements (1)
  • DIY (25)
  • Drone (1)
  • Education (2)
  • Element (1)
  • Engineering Project (48)
  • Fluid Mechanics (5)
  • Google services (5)
  • History (1)
  • Hollywood Entertainment (7)
  • Home Automation (9)
  • JOBS | (1)
  • LEARN COMPUTER | कंप्यूटर सीखें (22)
  • make Money online (1)
  • Marvel (1)
  • Material Science (3)
  • Mechanical Engineering (48)
  • Networking (1)
  • physics (148)
  • Physics | भौतिक विज्ञान (31)
  • Physics भौतिक विज्ञान Quiz test (1)
  • radioactivity (5)
  • Refrigeration and Air Conditioning (6)
  • Rotational motion of rigid body (1)
  • search engine optimization (3)
  • sensors (1)
  • software (1)
  • Solar Energy (1)
  • Solar system (2)
  • Space (5)
  • Strength Of Material (6)
  • Tech Notes (19)
  • Theory of Machine (9)
  • Thermodynamics | उष्मागतिकी (6)
  • Uncategorized (53)
  • Videos (1)
  • Voice Control (3)
  • wave motion or sound (1)
  • website (5)
  • आईटीआई (1)
  • आप और हम (1)
  • इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट बनाना (14)
  • इतिहास (2)
  • इतिहास | HISTORY (4)
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (93)
  • इलेक्ट्रिकल प्राथमिक (1)
  • इलेक्ट्रॉन और फोटॉन (3)
  • इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्ट (29)
  • इलेक्ट्रॉनिक प्राथमि (1)
  • ऊष्मा (1)
  • एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (1)
  • एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (1)
  • किरण प्रकाशकी (17)
  • गति एवम गति के नियम (5)
  • गैसीय नियम (1)
  • घर पर (1)
  • जीव विज्ञान । Biology (17)
  • ठोस अवस्था (3)
  • ठोस और अर्धचालक युक्तियाँ (4)
  • तरंग प्रकाशिकी (3)
  • द्रवस्थैतिकी एवम आ‍र्किमिडीज का सिद्धांत (2)
  • धारा के चुम्बकीय प्रभाव और चुम्बकत्व (12)
  • धारा विद्युत (10)
  • प्रतियोगी परीक्षा (13)
  • प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए फिजिक्स (26)
  • प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए रसायन विज्ञान (20)
  • बल (1)
  • ब्रह्मांड (8)
  • मापन (2)
  • मापन के यन्त्र (9)
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग | Mechanical engineering (54)
  • मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस (13)
  • रासायनिक बलगतिकी (1)
  • रासायनिक सूत्र (10)
  • विद्युत चुम्बकीय तरंगें एवम तरंग प्रकाशिकी (5)
  • विद्युत चुम्बकीय प्रेरण और प्रत्यावर्ती धारा (5)
  • विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव (2)
  • विलयन (2)
  • वृत्तीय गति (1)
  • वेबसाइट | ब्लॉग्गिंग (5)
  • वैज्ञानिक उपकरण (4)
  • वैद्युत रसायन (4)
  • वैधुत रसायन (3)
  • सतह रसायन (1)
  • स्थिर विद्युत (7)

Footer

सोशल मीडिया पर जुड़ें

  • Telegram 
  • Facebook
  • Twitter
  • Instagram
  • Youtube

बनाना सीखें

  • ड्रोन कैसे बनाएं ?
  • रोबोट कैसे बनाएं ?
  • वेबसाइट कैसे बनाएं ?
  • एंड्राइड एप कैसे बनाएं ?

हमारे बारे में

इस जगह आप हिंदी में इंजीनियरिंग ,फिजिक्स,केमिस्ट्री,बायोलॉजी,कंप्यूटर etc सीख सकते हो |

Mechanic37 2015 - 2022

  • साइटमैप
  • संपर्क करें
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन दें