नाभकीय संलयन क्या है? उदाहरण और नियम
नाभकीय संलयन जब दो हल्के नाभिक एक होकर एक भारी नाभिक का निर्माण है इस अभिक्रिया को नाभकीय संलयन कहते है द्रव्यमान का जो हानि होता है वह E=mc² से ऊर्जा में बदल जाती है हल्के यानि हल्के नाभिक हाइड्रोजन के होते है और बनने वाला भारी नाभिक हेलियम का होता है विस्तार में नीचे समझें …