सोलर पैनल क्या है कैसे काम करता है एक स्टोरी साधारण एनालिसिस के साथ ,ऊर्जा को न तो उत्पन्न किया जा सकता है न ही नष्ट की जा सकती है इसे एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है इस पेज पर हर लाइन अच्छी है पूरा समझें
सोलर पैनल क्या है ?
सोलर पैनल एक ऐसी डिवाइस है जो सूर्य के प्रकाश को विद्युत धारा में कन्वर्ट करती है| सोलर पैनल सोलर एनर्जी को अवशोषित करता है और Direct current यानि DC दिष्ट धारा में बदलती है
कैसे बना ?
Edmond Becquere जब 19 साल के थे जब उन्होंने पहली बार photovoltaic cell बनाया अपने पिता की प्रयोगशाला में यह सोलर पैनल बहुत सारे सोलर सेल या pv सेल्स(photovoltaic cells) से बना होता है
सोलर पैनल बहुत सारे सोलर सेल या pv सेल्स(photovoltaic cells) से बना होता है
सोलर पैनल कैसे काम करता है ?
सूर्य का प्रकाश , जिसमें फोटोन होता है सूर्य का प्रकाश जब सोलर पैनल पर पड़ता है तब सोलर पैनल में लगे pvcell या सूर्य के प्रकाश में उपस्थित फोटोंस को DC current के लिए इलेक्ट्रॉन में बदल देते है एक सोलर पैनल में बहुत से pvcell होते है ये dc current वायर के थ्रू इंवेर्टर तक पहुँचती है जो dc को Ac में बदल देता है जो हम उपयोग कर सकते है
जब सबसे पहला सोलर पैनल बना होगा बहुत बढ़ा बना इलेक्ट्रॉन होगा जिसमें बहुत सारे Pv cell होंगे सूर्य से आने बाली किरण जिनमें सोलर ऊर्जा या फोटोन होते हैं यह photovoltaic सेल्स पर पढ़ते ही इलेक्ट्रॉन देते हैं यह इलेक्ट्रॉन बहुत कम संख्या में होते थे
यदि हम सिंपल भाषा में बात करें तो मान लें सूरज से आने वाली सोलर एनर्जी में 100 फोटोन है और यह Pv सेल पर पढ़ते 1 इलेक्ट्रॉन देती थी यानि की efficiency बहुत कम होगी यदि हम वर्तमान की बात करें तो ज्यादा बडिया हैं यहाँ तक कि एक फोटोन से एक से ज्यादा इलेक्ट्रॉन लेना संभव हो रहा हैpv cell सूर्य के प्रकाश में से फोटोन को अवशोषित कर लेता है और electron release कर देता है
पूरी दुनिया मे 3% बिजली का उपयोग सोलर ऊर्जा से ही किया जाता है
परिभाषा और कार्य
सोलर पैनल एक ऐसी ईलेक्ट्रिकल युक्ति है जो सूर्य के प्रकाश ऊर्जा को एलेक्ट्रिसिटी में परिवर्तित करता है ये एलेक्ट्रिसिटी का एक पोलूशन फ्री स्रोत है
वास्तव में हर एक मेटल में अनंत फ्री इलेक्ट्रॉन होते है सोलर एनर्जी में उपस्थित फोटोन जब इस पर बढ़ते यह फ़्री इलेक्ट्रॉन को motivate करते हैं जिससे इलेक्ट्रॉन घूमने लगते हैं और Electric एनर्जी उत्पन्न होने का कारण बनते हैं
Pvcell- pvcell semiconductive मटेरियल सिलिकॉन और इसमें की गयी डोपिंग से बने होते है pvcell में दो लयर semiconductive मटेरियल की होती है
n टाइप layer- silicon में phosphorous की डोपिंग की जाती है जब प्राप्त होता है
p टाइप layer -silicon में बोरॉन की डोपिंग की जाती है तब p प्राप्त होती है
सूर्य से आने वाली किरण ,ulteravoilet rays होती है और इन किरण की की प्रकति electromagnatic radiation होती है फोटोन, एलेक्ट्रोमैग्नॅटिक एनर्जी या रडिएशन का एक बहुत ही छोटा हिस्सा क्वांटम होता है जो की सोलर पैनल से एलेक्टिसिटी बनने का करण बनता है
सौर सेल या पैनल का उपयोग –
आज के समय मे ये बताने की कोई जरूरत नही है की सोलर पैनल का उपयोग क्यो और कहा किया जाता है हम यह उन मुख्य क्षेत्रों के बारे मे जानेंगे जहाँ सोलर पैनल का उपयोग बड़ी मात्रा क्षेत्र में क्या जाता है
- प्रौद्योगिकी एवं वैज्ञानिक क्रियाकलापों में
- कतरी में उपग्रहों को अंतरिक्ष अंवेजक डिवाइस मे
- रेडियो व टीवी रिले केंद्रों में
- ट्रैफिक सिग्नल में
सोलर सेल का निर्माण सिलिकॉन से किया जाता है जो की विशिष्ट प्रकार की सिलिकॉन होती है यह प्रकृति में वे बहुत ही कम मात्रा में पाई जाती है
Readers यह Solar Panel आपके काम आया हो तो इसे share जरूर करें अपने friends के साथ facebook पर और अपने school में और कोई problem हो तो comment कर सकते है नीचे box है
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