देास्तो आपने हमारे पिछले लेख मे अभिकेन्द्रीय बल बल के बारे मे अच्छे से जान लिया है ।इस लेख मे हम अपकेन्द्रीय बल के बारे मे समस्त बाते जो परीक्षा की द्रष्टि से महत्वपूर्ण है सभी जानकारी एक साथ इस पेज पर जानेगें ।
अपकेन्द्रीय बल
अपकेन्द्रीय बल किेसे कहते है
व्रत्तीय गति करते समय एक समान चाल से गति करते हुऐ पिण्ड पर एक बल क्रियाशील रहता है जिसकी दिशा केन्द्र से दूर की तरफ होती है ,अपकेन्द्रीय बल कहलाता है । अपकेन्द्रीय बल की प्रवत्ति केन्द्र से दूर भागने की रहती है यह एक आभाषी बल होता है जिसका परिमाण अभिकेन्द्रीय बल के बराबर तथा विपरीत दिशा मे कार्य करता है ।
अपकेन्द्रीय बल(centrifugal force) की परिभाषा
अपकेन्द्रीय बल को सन् 1659 मे क्रिस्टियान हायगन्स के द्वारा बताया गया था।
जब किसी वस्तु को व्रत्ताकार पथ पर गति करायी जाती है तो वह वस्तु व्रत्ताकार मार्ग के केन्द्र के विपरीत दिशा मे एक बल का अनुभव करती है जिसे अपकेन्द्रीय बल कहते है।
अपकेन्द्रीय बल की उत्पत्ती जडत्व के गुण के कारण होती है ।अपकेन्द्रीय बल एक केन्द्रपसारक बल होता है।
अपकेन्द्रीय बल के उदाहरण
जब हम किसी कार मे यात्रा करते है और कार चालक जब अचानक से कार को बायी ओर मोड देता है तो हम दाॅॅयी ओर को झुक जाते है ।
बाशिग मशीन से कपडे धोते समय , क्रीम सेपरेटर तथा सेन्ट्रीफ्युगल ड्रायर आदि सभी उपकरण अपकेन्द्रीय बल के सिद्धांत पर कार्य करते है ।
अपकेन्द्रीय बल का सूत्र
अपकेन्द्रीय बल =FC =MV2 /R =mr2
यहाॅॅॅ,
M=वस्तु का द्रव्यमान
V =वस्तु का वेग
R = व्रत्तीय मार्ग की त्रिज्या
ω= आमेगा = वस्तु का कोणीय वेग
अपकेन्द्रीय बल और अभिकेन्द्रीय बल मे अन्तर
- अपकेन्द्रीय बल केन्द्र से दूर की तरफ लगता है अर्थात् यह एक केन्द्रपसारक बल होता है जबकि अभिकेन्द्रीय बल की दिशा केन्द्र की तरफ होती है तथा यह केन्द्राभिसारी बल होता है ।
- अपकेन्द्रीय बल एक आभाषी बल होता है जबकि अभिकेन्द्रीय बल एक वास्तविक बल होता है जो किसी बस्तु को केन्द्र की तरफ रखने का प्रयास करता है ।
- अपकेन्द्रीय बल की खोज क्रिस्टियन हायगन्स ने की थी जबकि अभिकेन्द्रीय बल की खोल आइजेक न्यूटन ने की थी।
दोस्तो आशा करते है आज आपने अपकेन्द्रीय बल के बारे मे अच्छे से जान लिया है अगर आपके मन मे अभी भी अपकेन्द्रीय बल से सम्बंधित कोई doubt हैै तो कमेंट सेक्शन मे अपनी राय जरूर दे तथा अपने दोस्तो के साथ share जरूर करैं।
Drawing bna ke smjhaiye
मौत की कुएं में मोटरसाइकिल द्वारा कुवे की दीवारों पर लगने वाला बाहर की और बल क्या अपकेंद्रीय बल होता है या अभिकेंद्रीय बल का प्रतिक्रिया बल होता है …..
लुसेंट सामान्य ज्ञान की पुस्तक के अनुसार इसे अपकेंद्रीय बल कहना गलत है तो क्या इस उदाहरण से हम अपकेंद्रीय बल को समझा सकते हैं
Mere man me bi yhi doute h
मौत के कुएं में कोनसा बल कार्य करता है लूसेंट बुक के अनुसार तो मौत के कुएं का बल को अपकेद्रिय कहना ग़लत है